पैसों के लालच में दुबारा कर लिया सामूहिक विवाह, अब पैसा सामना हुआ रिकवर
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में दो शादीशुदा जोड़ों द्वारा पैसे व अन्य सामान के लालच में दोबारा शादी करने के मामले में जांच कराई गई
जांच के बाद मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीणा ने विवाह में दिया गया सामान रिकवर करने के आदेश दिए है और ग्राम सचिव की चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि के आदेश जारी किए गए है
बताते चलें कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 14 दिसंबर को जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज में विवाह कराए गए थे
इसमें 142 जोड़े विवाह के बंधन में बंधे थे इसमें 35-35 हजार रुपये जोड़ों को कन्यादान में दिए गए थे 5-5 हजार रुपये प्रति जोड़ा विवाह योजना का खर्चा दिया गया और 10-10 हजार रुपये घरेलू सामान दिया गया इसके अलावा दोनों पक्षों की दावत की व्यवस्था भी की गई थी।
इस योजना में 136 हिंदू और 06 जोड़े मुस्लिम विवाह के बंधन में बंधे जिसके बाद सोशल मीडिया पर दो जोड़ों का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कहा गया कि शादी होने के बाद दो सगी बहनों ने पैसे व योजना में मिलने वाले सामान के लालच में उन्हीं युवकों से पुन: विवाह कर लिया था
जिनके साथ उनका पूर्व में विवाह हो चुका था इसके लिए एक गरीब आवेदक ने अपनी छठवीं एवं सातवीं बेटियों का विवाह दो सगे भाईयों से करने के लिए विवाह में सरकारी मदद पाने को 11 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में पंजीकरण कराया था।
जिसके बाद सामूहिक विवाह की तिथि में विलंब होने पर उन्होंने 22 नवंबर को अपनी दोनों बेटियों का दोनों भाईयों के साथ विवाह सम्पन्न करा दिया।