Common people are stuck between the administration’s action and the colonizer’s arbitrariness
बरेली नगर पालिका परिषद फरीदपुर की एक कॉलोनी का नक्शा नगर पालिका ने रद्द कर दिया, लेकिन फिर भी यहां निर्माण कार्य ज़ोरों पर है। सवाल ये है कि जब नक्शा ही निरस्त हो चुका है, तो ये निर्माण किसकी शह पर हो रहा। फरीदपुर की इसी विवादित कॉलोनी में, जहां अवैध रूप से प्लॉट काटे जा रहे हैं। नगर पालिका ने इस कॉलोनी का नक्शा निरस्त कर दिया है, बावजूद इसके यहां निर्माण जारी है। नगर पालिका ने कॉलोनाइजर को एक महीने के भीतर निर्माण हटाने का नोटिस दिया है, लेकिन इस जगह पर काम रुकने का नाम नहीं ले रहा। नगर पालिका अधिकारी द्वारा कॉलोनाइजर को नोटिस जारी किया है। अगर समयसीमा के भीतर निर्माण नहीं हटा, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमने कॉलोनाइजर से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। तो सवाल यही है अगर प्रशासन ने कार्रवाई का फैसला लिया है, तो फिर ये निर्माण कैसे जारी है, और इस लापरवाही का खामियाजा उन मासूम खरीदारों को क्यों भुगतना पड़ रहा है, जिन्होंने अपनी ज़िन्दगी की कमाई यहां लगा दी
