समता की साधना का अनूठा प्रयोग-अभिनव सामायिक
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद बालोतरा ने जैनों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन किया।
मुनि श्री सुमतिकुमार जी के सान्निध्य में कुल 2000 से अधिक सामायिक हुई।
परिषद अध्यक्ष रोशन बागरेचा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज डागा के नेतृत्व में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 358 शाखाएं पूरे देश मे प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है
मुनि श्री सुमति कुमारजी ने बताया कि जैन धर्म मे सामायिक का विशेष महत्व माना जाता है।सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है।सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है, मुनिश्री ने श्रावक समाज को 32 दोषों से मुक्त शुद्ध सामायिक करने की प्रेरणा प्रदान की। मंत्री सुनील लूनिया ने बताया कि समाज में आध्यात्मिक विकास हेतु तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी के इंगित अनुसार हमारी संस्था समय समय पर ऐसे कार्य आगे भी करती रहेगी। ये सारी जानकारी परिषद मीडिया प्रभारी निलेश डी सालेचा ने दी।