बीएसए (पी.जी.) कॉलेज, मथुरा के बी.एड एवं एम.एड विभाग के छात्र छात्राओं को ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी देने और उनकी शैक्षणिक क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्राओं ने फतेहपुर सीकरी का भ्रमण कर मुगलकालीन वास्तुकला, इतिहास और भारतीय संस्कृति से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं।
कॉलेज प्रांगण से शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ललित मोहन शर्मा द्वारा बस को हरी झंडी दिखाकर की गई।
फतेहपुर सीकरी पहुँचने पर छात्राओं ने अकबर के शासनकाल में निर्मित इस ऐतिहासिक किले का बारीकी से अवलोकन किया। बुलंद दरवाजा, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम, पंच महल, जोधाबाई महल और शेख सलीम चिश्ती की दरगाह जैसे प्रसिद्ध स्थलों को देखकर छात्राओं ने इतिहास के गौरवशाली पन्नों को साक्षात अनुभव किया।
इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्राओं को कक्षा की पढ़ाई के साथ-साथ वास्तविक अनुभव प्रदान करना था, जिससे वे भारत के समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को गहराई से समझ सकें। भ्रमण के दौरान छात्राओं ने अपने सवालों के माध्यम से इतिहास के विविध पहलुओं को समझने की कोशिश की, जिस पर विशेषज्ञ शिक्षकों ने विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. ललित मोहन शर्मा ने कहा कि फतेहपुर सीकरी भारतीय इतिहास की अनमोल धरोहर है, जिसे देखकर छात्राओं ने न केवल इतिहास के प्रति अपनी रुचि बढ़ाई बल्कि भारतीय स्थापत्य कला के अद्भुत स्वरूप को भी नजदीक से जाना।
छात्राओं ने इस शैक्षणिक यात्रा को अत्यंत रोचक और ज्ञानवर्धक बताते हुए कहा कि यह अनुभव उनके अध्ययन और शिक्षण क्षमता को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करेगा। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा इस प्रकार के शैक्षणिक दौरों को आगे भी जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।इस दौरान महाविद्यालय के कई सम्मानित प्रोफेसरगण भी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. बी.के. गोस्वामी, डॉ. रवीश शर्मा, डॉ. एस.के. राय, डॉ. रेखा राय, डॉ. रुचि अग्रवाल, डॉ सुनीता शर्मा डॉ. एस.एस. सिंह, डॉ. बृजेश बंसल, डॉ नीलम शर्मा,डॉ. अनिल कुमार भाटी, डॉ. पंकज कुमार और नीतू शर्मा शामिल रहे।
