राजीव एकेडमी में हुई कार्यशाला, साइबर एक्सपर्ट ने दिए टिप्स
आज की प्रौद्योगिकी संचालित दुनिया में अच्छी प्रोग्रामिंग और प्रोग्रामर्स की अत्यधिक मांग है। यह इच्छुक प्रोग्रामर की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कौन सी प्रोग्रामिंग भाषा सीखना चाहता है। पायथन भाषा सीखना जहां आसान है वहीं इससे वेबसाइट, सॉफ्टवेयर विकसित करने, कार्य स्वचालन, डेटा विश्लेषण तथा डेटा विजुअलाइजेशन का कार्य बहुत सहजता से किया जा सकता है। यह बातें साइबर एक्सपर्ट मोहसिन कुरैशी ने राजीव एकेडमी में अध्ययनरत एमसीए के छात्र-छात्राओं को बताईं।
राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला में मोहसिन कुरैशी (साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आईबीएम प्रा.लि.) ने छात्र-छात्राओं को बताया कि पायथन अत्यधिक सरल प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग कई अनुप्रयोगों में बड़ी आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर अब हर स्थान, हर आफिस में है लिहाजा साइबर सिक्योरिटी के साथ पायथन भाषा का बड़ा रोल है। श्री कुरैशी ने कहा कि पायथन भाषा को सीखकर बेहतर करिअर बनाया जा सकता है।
अतिथि वक्ता कुरैशी ने कहा कि सरकारी विभागों में साइबर विशेषज्ञों की बहुत कमी है। कोई भी युवा पायथन भाषा का ज्ञानार्जन कर अपना करिअर बना सकता है। पायथन प्रोग्रामिंग एक सामान्य प्रयोजन कौशल है जिसका उपयोग लगभग सभी क्षेत्रों में किया जाता है। पायथन भाषा का डेटा विज्ञान, वैज्ञानिक और गणितीय कम्प्यूटिंग, वेब विकास, वित्त और व्यापार, सिस्टम स्वचालन, कम्प्यूटर चित्रलेख, बुनियादी खेल विकास, सुरक्षा और प्रवेश परीक्षण, सामान्य और एप्लिकेशन-विशिष्ट स्क्रिप्टिंग, मानचित्रण आदि में सबसे सरल तरीके से अनुप्रयोग किया जा सकता है। श्री कुरैशी ने कहा कि पायथन भाषा सीखने के बाद आपके पास नौकरी के अधिक अवसर होंगे।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि पायथन भाषा करियर निर्माण में सहायक है। आज हर काम कम्प्यूटर से हो रहा है, ऐसे में छात्र-छात्राएं कम्यूटरिंग भाषा के विशेषज्ञ बनकर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने अतिथि वक्ता का आभार मानते हुए छात्र-छात्राओं से पायथन भाषा में विशेषज्ञता हासिल करने का आह्वान किया।