संस्कृति विवि के 52 विद्यार्थियों को सुब्रोस लिमिटेड में मिली नौकरी
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एसी किट बनाने वाली विश्वविख्यात कंपनी सुब्रोस लिमिटेड ने अपने यहां नौकरी दी है। कंपनी ने कैंपस प्लेसमेंट के तहत लंबी चयन प्रक्रिया अपनाकर इंजीनियरिंग और डिप्लोमा के 52 विद्यार्थियों का चयन किया है।
कंपनी से आए एचआर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सुब्रोस लिमिटेड की स्थापना 1985 में एक संयुक्त उद्यम सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में की गई थी, जिसमें 36.79% स्वामित्व भारतीय प्रमोटरों के पास, 20% स्वामित्व डेंसो कॉर्पोरेशन, जापान और 11.96% स्वामित्व सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन, जापान के पास था, जो ऑटोमोटिव के लिए थर्मल उत्पादों का अग्रणी निर्माता है। डेन्सो के साथ भारत में तकनीकी सहयोग करती है। कंपनी के पास नोएडा (2), मानेसर, पुणे, चेन्नई और साणंद में विनिर्माण संयंत्र हैं, जिनकी वार्षिक क्षमता 1.5 मिलियन एसी किट प्रति वर्ष है, साथ ही नोएडा में एक अच्छी तरह से सुसज्जित अनुसंधान एवं विकास केंद्र और टूल रूम भी है।
संस्कृति प्लेसमेंट सेल की वरिष्ठ प्रबंधक सुश्री अनुजा गुप्ता, सहायक जयकांत त्रिपाठी ने बताया कि त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया के बाद कंपनी ने इंजीनियरिंग और डिप्लोमा के 52 छात्रों सचिन कुमार, तेजवीर, योगेश, पवन, सत्यप्रकाश, अभिषेक कुमार, राजकुमार, धर्मेंद्र चौधरी, कुलदीप, हरवंश, धर्मेश कुमार आमिर खान, धर्मेद्र कुमार, वेदराम, विवेक, लाखन शर्मा, गजेंद्र, सीताराम, कन्हैया लाल पांडे, ऋषि देव, सूरज सूरज, सौरभ, निखिल गुप्ता, सुभाष चंद्र, उत्तम सिंह, लाखन सिंह नौहवार, क्रिशन, रामदयाल, दीपक, विकास, चेतराम, प्रशांत कुमार, राहुल सिंह, सौरभ धनगर, विवेक कुमार, मोहन शर्मा, अबुबकर राशिद बेंडर्स, सुनील, लोकेंद्र सिंह, गौरव, सीताराम, राहुल, राधे श्याम, लक्ष्मण, चेतन, रिषिराज सिंह, प्रवीर कुमार को चयनित किया है।
संस्कृति विवि की सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को इस मौके पर बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थी अपनी योग्यता से कंपनी में अपना एक विशिष्ठ स्थान बनाता है। उसके ज्ञान और कुशलता से कंपनी की तो प्रगति होती है साथ ही विद्यार्थी के शिक्षण संस्थान का भी नाम होता है। उम्मीद है कि आप सभी कंपनी की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे और संस्कृति विवि का नाम रौशन करेंगे।