आईआईएफएल हॉस्पिटैलिटी ट्रेनिंग सेंटर में कुपवाड़ा के शीर्ष रेस्तरां मालिकों का हुआ दौरा
आईआईएफएल हॉस्पिटैलिटी कम शेफ ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत फरवरी 2023 में भारतीय सेना के समन्वय से रीचा फाउंडेशन द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य कुपवाड़ा जिले के बेरोजगार लेकिन प्रेरित युवाओं को आतिथ्य और रसोइया कौशल सीखने का अवसर प्रदान करना था और इसका उपयोग कश्मीर घाटी में पहले से ही फल-फूल रहे क्षेत्र में सर्वोत्तम संभव रोजगार प्राप्त करने के लिए करना था।
पहला बैच 40 छात्रों का है और पाठ्यक्रम की 90 दिनों की अवधि में से लगभग 60 दिनों का प्रशिक्षण पहले ही पूरा हो चुका है। केंद्र में छात्रों को व्यंजनों सम्बन्धित प्रशिक्षण करने के लिए सभी सुविधाएं हैं। पाठ्यचर्या को इस तरह से डिजाइन किया गया था कि मूल बातों से शुरू किया जा सके जैसे कि चॉपिंग, कटिंग, मंथन, चाकू के प्रकार और उनके उपयोग, मसालों के प्रकार आदि के लिए उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों का परिचय। धीरे-धीरे, उन्हें उस स्तर पर लाया गया जहां वे स्वतंत्र रूप से विविध व्यंजन बना सकते हैं।
इस क्षेत्र की वास्तविक चुनौतियों और मांगों से उन्हें परिचित कराने और उन्हें आत्मविश्वासी बनाने के उद्देश्य से विभिन्न होटल और रेस्तरां मालिकों की विचार प्रक्रिया से परिचित कराने की आवश्यकता महसूस की गई। इसे ध्यान में रखते हुए रीचा फाउंडेशन और भारतीय सेना द्वारा कुपवाड़ा शहर के शीर्ष रेस्तरां मालिकों की यात्रा की योजना बनाई गई थी।
इस अवसर पर शीर्ष 10 रेस्तरां के मालिकों ने केंद्र का दौरा किया और छात्रों के साथ बातचीत की। उन्होंने उन्हें व्यस्त रेस्तरां में प्रशिक्षण और वास्तविक समय की स्थिति के बीच अंतर और इससे निपटने के लिए सभी आवश्यक चीजों के बारे में बताया। उन्होंने कश्मीरी व्यंजन तैयार करने की कला को जानने के महत्व पर भी जोर दिया क्योंकि यह कश्मीरी संस्कृति के दिल और आत्मा में बसता है। उन्होंने ‘ऑन द जॉब ट्रेनिंग’ के महत्व और एक अच्छा शेफ बनने के लिए आवश्यक दृढ़ संकल्प पर भी प्रकाश डाला। इस मौके पर सीओ, 41 आरआर व टाउन कमांडर भी मौजूद रहे।