सांसद ने रेललाइन दोहरीकरण की मांग संसद मे रखी
बालाघाट वन और खनिज संपदा से परिपूर्ण जिले का दुर्भाग्य है कि जिले के लोगों को ब्राडगेज बनने के सालो बाद भी रेलसुविधाओं के लिए तरस ना पड़ रहा है. सबसे चिंतनीय यह है कि रेलवे के दृष्टिकोण से लंबी दूरी का यह मार्ग आसान होने के बावजूद यहां से ट्रेनो की आवाजाही को लेकर रेलवे विभाग गंभीर नहीं है, जो कुछ ट्रेने बालाघाट से चल रही है, उनमें भी यात्रियों को घंटो की देरी से आना और पहुंचना पड़ रहा है. जबकि जिले के विद्यार्थियो, व्यापारियों, मजदूरों, कर्मचारियों और लोगों को महाराष्ट्र के नागपुर, रायपुर, इंदौर, भोपाल और दिल्ली जाना पड़ता है. जिसको लेकर जिले के लोग लंबे समय से बालाघाट से रायपुर, नागपुर, भोपाल के लिए सीधी रेलसेवा की मांग कर रहे है जबकि सालों से यहां भाजपा सांसद रहे है और देश में जब से मोदी सरकार, सत्तारूढ़ है, तब से जिला, भाजपा सांसद को जीताकर उनकी सरकार को मजबूती दे रहा है, बावजूद इसके जिला आज भी रेलसुविधाओं की दृष्टि से काफी पिछड़ा है. इसी पिछड़ापन को दूर करने जिले की पहली महिला सांसद भारती पारधी ने संसद में अपनी पहली आवाज उठाते हुए रेलसुविधाओं की मांग रेलमंत्री से की. संसद के मानसुन सत्र में जिले की सांसद भारती पारधी ने कहा कि लिंगानुपात में अव्वल बालाघाट जिले से उन्हें महिला सांसद बनने का अवसर जनता ने दिया है. क्षेत्र की जनता को रेलसुविधाए दिए जाने के लिए कनेक्टिविटी ट्रेन के साथ ही नई ट्रेनो को इस मार्ग से चलाया जाए, ताकि जिले के रेलयात्रियों को इसका लाभ मिल सके.