रोड नहीं तो वोट नहीं, ग्रामीणों ने खोला मोर्चा भोपाल के लिए रवाना
जिला मुख्यालय से सटे नजदीकी ग्राम रसुईया के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी करते हुए आम रास्ते को खुलवाने की मांग की | आपको बता दें कि वर्ष 2013 में ढडारी से रसुईया के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत रोड निर्माण किया गया था जिसमें निजी जमीन के कुछ भाग में रोड निर्माण कर दिया गया जो कि भरत सिंह नामक कृषक की जमीन है,जिस पर उक्त कृषक द्वारा 2020 में न्यायालय से स्थगन आदेश ले लिया गया |उक्त सड़क मार्ग के कुछ भाग पर उक्त कृषक द्वारा बारी लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है और लगातार पिछले एक साल से ग्रामीण मार्ग खुलवाने की मांग कर रहे हैं |
ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय छतरपुर पहुंचकर एडीएम नमः शिवाय अरजरिया को ज्ञापन सौंपा |ज्ञापन में मांग की गई कि जनहित को देखते हुए शीघ्र अतिशीघ्र आम रास्ते से अतिक्रमण को हटाया जाए अन्यथा हम सभी ग्राम वासी छतरपुर से भोपाल पदयात्रा करते हुए पहुंचेंगे और मुख्यमंत्री निवास का घेराव करते हुए आमरण अनशन करेंगे |ग्रामीणों ने बताया कि वह आगामी विधानसभा चुनावों का वहिष्कार भी करेंगे |एडीएम अरजरिया के निर्देश पर छतरपुर तहसीलदार रंजना यादव मौके पर पहुंची और उन्होंने मौका स्थल का निरीक्षण किया जिसमें उन्होंने आम रास्ते से लगी हुई जमीन के कृषकों से भी बातचीत करते हुए आम रास्ते को खोलने अथवा कुछ जमीन कृषकों द्वारा जनहित में दान करते हुए आम रास्ते को डायवर्ट करने पर भी विचार किया