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Saturday, July 27, 2024

दवाइयां हो रहीं बेअसर, अब नई दवाओं पर शोध जरूरीः

दवाइयां हो रहीं बेअसर, अब नई दवाओं पर शोध जरूरीः

राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी में नई दवाओं का आविष्कार, समय की पुकार विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता प्रो. राकेश कुमार शर्मा प्रति-कुलाधिपति एस.जी.टी. विश्वविद्यालय गुरुग्राम ने कहा कि दवाइयां बेअसर हो रही हैं ऐसे में अब नई दवाओं पर शोध किया जाना समयानुकूल है। कार्यशाला का शुभारम्भ विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्रो. शर्मा ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से कार्य करता है। भारतीय फार्मा वैज्ञानिकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल के समय में विश्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए हमारे देश ने लगभग डेढ़ सौ देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराई। इस अवसर पर प्रो. शर्मा ने यह भी बताया कि भविष्य में न जाने कोरोना जैसी कितनी बीमारियों का दुनिया को सामना करना पड़े लिहाजा फार्मा वैज्ञानिकों को नई दवाओं पर शोध की पहल करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि हम रोग का प्रारम्भिक चरण में ही पता लगाने वाले टेस्ट एवं दवाइयों की खोज करें।
प्रो. शर्मा ने बताया कि इस समय काफी एंटीबायटिक्स जीवाणुओं पर बेअसर हो रही हैं ऐसे में अब नई और असरदार दवाओं की खोज आवश्यक है। उन्होंने राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी मथुरा तथा उसके शिक्षकों द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए एस.जी.टी. विश्वविद्यालय से हर तरह के सहयोग का विश्वास दिलाया। इस अवसर पर राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के निदेशक प्रो. (डॉ.) देवेन्द्र पाठक ने कॉलेज में एम. फार्मा एवं पीएचडी के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे शोध कार्यों की जानकारी मुख्य वक्ता को दी।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में बताया कि राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं विगत 23 वर्षों से उच्च गुणवत्ता के शोध कार्य कर रहे हैं। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को विश्वास दिलाया कि शोध कार्यों के लिए जो भी आवश्यक उपकरण एवं केमिकल की जरूरत होगी, उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा। इसी क्रम में संस्थान के प्राध्यापकों विभा, हिमांशु चोपड़ा, तालेवर सिंह, वर्षा स्नेही, आकाश गर्ग, सुनम साहा, रितिक वर्मा आदि ने स्वयं के शोध कार्यों की प्रगति से प्रो. राकेश कुमार शर्मा को अवगत कराया।
चित्र कैप्शनः मुख्य वक्ता प्रो. राकेश कुमार शर्मा को स्मृति चिह्न भेंट करते राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के निदेशक प्रो. (डॉ.) देवेन्द्र पाठक।

दवाइयां हो रहीं बेअसर, अब नई दवाओं पर शोध जरूरीः प्रो. शर्मा
नई दवाओं का आविष्कार, समय की पुकार विषय पर हुई कार्यशाला

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