नही थम रहा बंदरों का आतंक अब हॉस्पिटल के बाहर वृद्धा से जरूरी दवाईयां व मोबाइल का बैग ले भागे बंदर
मथुरा अभी न्यूज़ (गोपाल चतुर्वेदी ) नही थम रहा बंदरों का आतंक अब हॉस्पिटल के बाहर वृद्धा से जरूरी दवाईयां व मोबाइल का बैग ले भागे बंदर जी हां आपको दिखाई दे रहे दृश्य थाना कोतवाली के ठीक सामने चक्रपाणि आरोज्ञालय के हैं जिसमें आप देख सकते हैं कि एक महिला के हाथ से दवाइयों से भरा बैग लेकर बंदर ऊपर छज्जे पर बैठे हैं और नीचे खड़े लोग बंदरों से सामान छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं वैसे तो यह नजारे मथुरा के लोगों के लिए नए नही हैं प्रतिदिन सैंकड़ों लोगों के साथ मथुरा वृंदावन मैं बंदर इसी प्रकार जरूरी सामान ले कर भाग जाते है और इससे भी ज्यादा खराब स्थिति तब होती है जब बंदरों का झुंड आपस मैं लड़ रहा हो उस समय तो क्या महिला क्या पुरुष किसी की हिम्मत नही होती कि वह बंदरों के आस पास से भी निकल सके क्या पता कब बंदर खिशिया कर इंसानों पर हमला कर दें विगत लंबे समय से बंदरों के आतंक से मथुरा वृंदावन के लोग बहुत ज्यादा त्रस्त है परंतु अपने घोषणा पत्रों में बंदरों से मुक्ति को सबसे पहली प्राथमिकता बताने वाले जनप्रतिनिधी भी जीतने के बाद सब भूल जाते है या यह कह सकते है कि इस समस्या का हल शायद उनके पास भी नहीं होता जब इस विषय पर हमने दीर्घ विष्णु मंदिर के महंत कांता नाथ चतुर्वेदी से विस्तार से बात की तो उन्होंने बताया…..