आन्यौर में जल भराब से किसानों की सेकडो एकड़ खड़ी फसले हुई बर्बाद
मथुरा अभी न्यूज़ (खन्ना सेनी ) बेमौसम बारिश व जल भराव ने खेतो में खड़ी फसलों को चौपट कर दिया है। खड़ी फसले खेतो में भरे पानी में जलमग्न होकर जमींदोज हो चुकी है। पक चुकी फसलों के नष्ट होने से किसान हलकान है। गोवर्धन के गांव आन्यौर में करीब 200 बीघा फसल जलमग्न होकर खत्म हो चुकी है। किसानों की माने तो इस जलभराव का मुख्य कारण नाले की सफाई न होना है।
बता दे की गांव आन्यौर में संकर्षण कुंड के सामने बने नाले की सफाई व पक्का निर्माण की मांग ग्रामीण लंबे समय से प्रशासन, जल निगम सहित स्थानीय नगर पंचायत से कर चुके है। बीती गुरु पूर्णिमा मेला की बैठक में भी आन्यौर के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सामने ये मांग उठाई थी तो जिलाधिकारी ने नगर पंचायत अधिशाषी अधिकारी को उक्त नाले की सफाई करने के निर्देश दिए थे, ग्रामीणों का आरोप है की सफाई के नाम पर केवल कोरम पूर्ति कर नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी ने इति श्री कर ली। नाले की सफाई न होने के कारण खेतो में जलभराव हो गया।
आन्यौर के ग्रामीण प्रभुदयाल सिंह, खुशीराम ठाकुर, महेंद्र सिंह, कन्नो दादा, राम बाबू सिंह, दम्मो ठाकुर ने बताया की उनके खेतो में खड़ी धान , तिल , ज्वार ,बाजरे, की खड़ी फैसले खेतो में ही डूब गई है। ग्रामीणों के अनुसार किसान मुकेश कौशिक, रमेश सेक्रेटरी, भगवानदास कौशिक, जसवंत सिंह, कृष्ण,राकेश ठाकुर, किशोर पंडित, विष्णु ठाकुर, बृजेंद्र सिंह, रामदयाल सिंह, सुभाष दादा, मुकेश ठाकुर, राम पुरोहित, राम सिंह, बच्चू काका, गिरिराज सिंह, दौलत सिंह, रामजीत सिंह, भुल्लन सिंह आदि अनेक किसानों की सेकडो एकड़ भूमि जल मग्न होकर खड़ी फसले खत्म हो चुकी है। इतना ही नहीं जल भराव के चलते निकट भविष्य में में रवि की फसल की बुबाई पर संकट दिख रहा है। ग्रामीणों की शिकायत पर मंगलवार शाम क्षेत्रीय विधायक मेघश्याम सिंह ने आन्यौर पहुंच कर जल मग्न खेतो का निरीक्षण किया तथा स्थानीय प्रशासन को नाला सफाई के निर्देश देकर सर्व कर मुआवजे की कार्यवाही करने की बात कही।
बता दे की गोवर्धन के गांव जतीपुरा , हरिपुरा , सकीतरा, नीमगांव, पाडल में जल भराव से किसानों की फैसले चौपट हो गई है। ग्रामीण किसानों ने प्रशासन से सर्व करवा कर मुआवजा दिलाने की मांग की है।
