महिला मोर्चा आया तहसीलदार के समर्थन में
छाता तहसील में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। छाता बार अधिवक्ताओ और तहसीलदार छाता के बीच में जो विवाद चल रहा है वह लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है एक और जहां पर छाता बार के अधिवक्ताओं ने लगातार नौ 10 दिन से नो वर्क कर रखा है वही तहसीलदार छाता के तबादले के लिए भी वह जिलाधिकारी महोदय से शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन जिलाधिकारी ने इस पर कोई संज्ञान नही लिया है।
वही आज छाता तहसील में एक मामला देखने को मिला जहां पर महिला मोर्चा ने अपना समर्थन तहसीलदार छाता को देते हुए धरना दे रहे वकीलों के धरना स्थल पर जाकर तहसीलदार के समर्थन में नारेबाजी की और बताया कि तहसीलदार छाता बहुत ही इमानदार व्यक्ति हैं सज्जन पुरुष हैं।
वकीलों द्वारा तहसीलदार के खिलाफ इस तरह की नारेबाजी करना और उन्हें गालियां देना बहुत ही गलत है। अगर किसी बात से परेशानी है तो उसका समाधान बैठकर भी निकाला जा सकता है परंतु इस तरह छाता बार के वकीलों द्वारा तहसीलदार को जलील करना गलत बात है वही कोसी की महिला मोर्चा की सदस्य ने बताया कि तहसीलदार बहुत बढ़िया इंसान व इस तरह अधिकारियों को बदनाम करना बहुत ही गलत बात है। वही तहसीलदार द्वारा छाता बार के वकीलों गलत फाइलों को न करने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे है। जो कि निहायती गलत है। इसके संबंध में महिला मोर्चा ने आज छाता तहसील में तहसीलदार के समर्थन में नारेबाजी की।
वही आपको बता दें तहसीलदार छाता द्वारा जो सबूत दिए गए में पता चला कि एक अधिवक्ता द्वारा 4 साल पहले मृतक व्यक्ति को जिंदा दिखाकर पूर्व तहसीलदार विवेकशील यादव से फाइल पर अंगूठा दिखा कर उसमें मृत व्यक्ति के नाम से ही कार्य करा लिया गया था जिसके संबंध में जांच बैठी हुई है।