नए बस स्टैंड पर सभी कैंटिनो को भी हटा दिया गया है ऐसे में कैंटीन संचालकों के सामने रोजी-रोटी के लाले पड़ रहे हैं। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के द्वारा सभी कैंटीन संचालकों के लिए शौचालय के समीप जगह दे दी गई है कि वे वहां दुकान लगाकर अपना कार्य कर सकते हैं लेकिन बस स्टैंड की दुर्दशा को देखते हुए कोई भी ग्राहक दुकानों पर नहीं जाता है । कैंटीन संचालकों का कहना है कि वह नगर निगम को टैक्स भरते हैं जलकर ,ग्रह कर एवं ठेका भी जमा करने के बाद रोडवेज विभाग को भी अलग से किराया देते हैं जिसकी सभी रसीदें कैंटीन संचालकों के पास है और लिखित में भी स्थान चिन्हित हो रहा है। लेकिन उसके बावजूद भी उनको उचित स्थान दुकान के लिए नहीं दिया जा रहा है। कैंटीन संचालकों का यह भी कहना है कि रोडवेज विभाग के द्वारा सभी कैंटीन संचालकों से 3 माह का किराया एडवांस जमा कर लिया गया है ऐसे में वे अब किराया कहां से जमा करें क्योंकि उनकी दुकान है तो तोड़ दी गई है और सभी बंद पड़ी हुई है आइए सुनते हैं क्या है उन कैंटीन संचालकों का दर्द ।