बी एस ए कॉलेज और हरे कृष्णा भक्ति योग सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान “आत्म- साक्षात्कार का विज्ञान” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
बी एस ए कॉलेज और हरे कृष्णा भक्ति योग सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान “आत्म- साक्षात्कार का विज्ञान” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रभुपाद श्री रोहिणी नंदन दास ने उपस्थित छात्रों व शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि, आध्यत्मिक चेतना को समझने और उसे जागृत कर स्वयं को पहचाना जा सकता है। स्वयं की पहचान स्थापित होने के पश्चात आत्मा साक्षात्कार बहुत आसान हो जाता है।
उन्होंने कहा कि धर्म एक विज्ञान है और आध्यत्म उसके अनुकरण का एक रास्ता है। यदि मनुष्य इस रास्ते पर चल पड़े तो उसका जीवन सुख और शांति से भर जाएगा।भगवान श्री कृष्ण गीता में यही समझने का प्रयास किया।
इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ ललित मोहन शर्मा व प्रभुपाद रोहिणी नंदन दास ने मां सरस्वती व बाबू शिवनाथ जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर किया।
प्राचार्य डॉ ललित मोहन शर्मा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों के बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास के लिये उपयोगी साबित होंगे।
अन्य वक्ताओं में न्यूयार्क से मेडिसिन में परास्नातक डॉ पारुल शर्मा ने कहा कि अध्यात्मिकता के साथ चलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है किंतु सत्य से परिचित अध्यात्म के बिना सम्भव नही है।
कार्यक्रम का संचालन अनंत कृष्ण दास ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रोफेसर
डॉ एस के कटारिया, डॉ वी पी राय, डॉ संध्या अग्रवाल,डॉ रवीश शर्मा, डॉ मुकेश चंद, डॉ खुशवन्त सिंह , डॉ बरखा अग्रवाल, डॉ के वाई सिंह, डॉ बी के गोस्वामी , डॉ यू के त्रिपाठी, डॉ सत्यपाल सिंह, काश देव शर्मा तथा महाविद्यालय के अन्य शिक्षक और हरे कृष्णा भक्ति योग सोसाइटी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता जर्मनी निवासी बकुल दीदी ,श्रीपद अमितप्रभु, मनोचिकित्सक डॉ इंदु शर्मा आकाश प्रभु, विकाश ,चेतन, मधुकांत प्रभु राजेश ,श्याम प्रभु, अर्चना दीदी उपस्थित रहे।