बी एस ए कॉलेज के विधि विभाग में मूट कोर्ट का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का सुभारम्भ मुख्य अतिथि भूपेंद्र राय,विशेष न्यायाधीश/विधि अधिकारी यू पी पी सी एल लखनऊ कार्यक्रम अध्यक्ष एडवोकेट व समाज सेवी ओ पी उपाध्याय व प्राचार्य डॉ ललित मोहन शर्मा विभागाध्यक्ष डॉ एस के राय ने मां सरस्वती व बाबू शिवनाथ जी के चित्रों पर दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर किया।
ततपश्चात छात्रों ने
भूरा व अन्य बनाम राज्य के मुकदमे को आधार बनाकर कृत्रिम न्यायालय का सजीव मंचन किया। जज की भूमिका में भावना शर्मा रही।
मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि मूट कोर्ट या कृत्रिम न्यायालय विधि छात्रों के लिए एक उपकरण है जो उन्हें शिक्षा के दौरान ही न्यायालयों की क्रिया विधियों, परम्पराओ और अनुसाशन से अवगत कराता है ।महाविद्यालय के विधि छात्रों द्वरा मूट कोर्ट का सजीव चित्रण देख मैं अभिभूत हूं। प्राचार्य डॉ ललित मोहन शर्मा ने विधि विभाग के छात्रों की विधिक ज्ञान और तैयारियों को अतुलनीय बताया और इसके लिये उन्होंने विभाग और शिक्षकों की भूरी भूरी प्रसंशा की।
अध्यक्षता कर रहे ओ पी उपाध्याय ने विधि छात्रों के लिए इस तरह के और प्रयोगिक कार्यो की आवस्यकता पर बल दिया जिससे वे और ज्यादा न्यायिक सक्षम बन सकें।
छात्रों द्वारा प्रस्तुत इस आभासी न्यायालय की तैयारी व तकनीकी सहयोग व निर्देशन डॉ वी पी राय ने किया।
इस अवसर पर डॉ एस के सिंह , डॉ ए के सिंह ,डॉ बृज गोपाल, डॉ अमित श्रीवास्तव ,डॉ बी के गोस्वामी ,डॉ रवीश शर्मा, डॉ रेखा राय, डॉ लावण्य कौशिक ,डॉ जय कुमार सिंह, डॉ प्रकृति, डॉ ऋतु सहनी व शिक्षणेत्तर कर्मचारी जी के यादव,रामकिशन, सुबोध कुमार,नीरज सिंह, गीतम, जयपाल,सुनील पात्रा, गोविंद सैनी, संजू शर्मा, विनोद कुमार इत्यदि उपस्थित रहे।
