राजीव एकेडमी में आयात-निर्यात व्यापार में दक्षता कौशल विकास पर हुई कार्यशाला
मथुरा। वैश्वीकरण के दौर में आयात-निर्यात उद्योग वैश्विक अर्थव्यवस्था को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैश्वीकरण के बढ़ते दायरे के साथ आयात-निर्यात के क्षेत्र में पेशेवरों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। युवा पीढ़ी को यदि इस क्षेत्र में करिअर बनाना है तो उसके अंदर मजबूत बातचीत कौशल, अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानून की जानकारी, बाजार के रुझान का विश्लेषण करने तथा अवसरों की पहचान करने में दक्षता होनी चाहिए। यह बातें शुक्रवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में रिसोर्स परसन अभिकल्प शर्मा (मैनेजर-द कोमोडिटी हब) ने बीबीए के विद्यार्थियों को बताईं। राजीव एकेडमी में स्किल एण्ड कोपेटेंसीज रिक्वायर्ड इन इम्पोर्ट एण्ड एक्सपोर्ट ट्रेडिंग विषय पर बोलते हुए रिसोर्स परसन अभिकल्प शर्मा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि वैश्वीकरण के बढ़ते दायरे के कारण आयात-निर्यात के क्षेत्र में पेशेवरों की मांग लगातार बढ़ रही है। यह क्षेत्र जॉब चाहने वालों के लिए आकर्षक वेतन के साथ जॉब करिअर का अच्छा विकल्प बन गया है। रिसोर्स परसन ने बताया कि इस क्षेत्र में करिअर बनाने वालों में विनियमन और सांस्कृतिक अंतरों की समझ जरूरी है। श्री शर्मा ने कहा कि जो न्यूकमर्स जल्दी अनुकूलन कर लेते हैं वे फटाफट सीख जाते हैं तथा सफल होते हैं। रिसोर्स परसन ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि आयात-निर्यात क्षेत्र बेहतर करिअर दे सकता है बशर्ते इस क्षेत्र में कदम रखने के पूर्व आपको आने वाली चुनौतियों पर सोच-विचार करना होगा। इतना ही नहीं वैश्विक बाजार की समझ और वहां मजबूत पकड़ बनानी होगी तभी इस क्षेत्र में बेहतर करिअर निर्माण किया जा सकता है। श्री शर्मा ने छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का समाधान करते हुए कहा कि यह क्षेत्र विकास और सफलता के लिए विविध अवसर प्रदान करता है जिससे न्यूकमर्स को सीमा पार व्यवसाय से जोड़ने और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलती है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय विनिमय कानून का ज्ञान, मजबूत वार्तालाप क्षमता, प्रभावी संचार, भाषा दक्षता तथा विश्लेषणात्मक कौशल की बहुत आवश्यकता होती है। रिसोर्स परसन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आयात-निर्यात क्षेत्र में कई प्रकार के लाभप्रद करिअर निर्माण के मौके हैं। यदि हमें इस क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है तो अपने अंदर विशिष्ट कौशल तथा विशेषज्ञता लानी होगी। उन्होंने कहा कि इस उद्योग में पेशेवर वैश्विक बाजारों से जुड़ते हैं तथा अनुपालन और परिचालन दक्षता सुनिश्चित करते हैं। श्री शर्मा ने कहा कि समय-समय पर इस क्षेत्र में करिअर निर्माण हेतु सीमा शुल्क दलाल, सामान्य सर्विस, कस्टम ब्रोकर, आयात-निर्यात समन्वयक, व्यापार अनुपालन विशेषज्ञ, अंतरराष्ट्रीय रसद प्रबंधक, आपूर्ति श्रृंखला विश्लेषक आदि पदों पर सार्वजनिक सेक्टर में भर्तियां निकलती रहती हैं। इन पदों के लिए आवश्यक क्वालिफिकेशन में अंतरराष्ट्रीय व्यापार में स्नातक (बीबीए के साथ) तथा आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री (बीबीए सहित) और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में विशेषज्ञता के साथ एमबीए की डिग्री मान्य है। उक्त पदों पर सरकारी सेवा के लिए प्रमाण पत्र कोर्स भी चलाये जा रहे हैं। इन प्रमाण पत्र कोर्सों में प्रमाणित अंतरराष्ट्रीय व्यापार पेशेवर (सीआईटीपी), सीमा शुल्क ब्रोकर, लाइसेंस कोर्स एवं अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रमाण पत्र कोर्स शामिल हैं।
रिसोर्स परसन ने कहा कि आयात निर्यात क्षेत्र में विद्यार्थी अपना ज्ञान और एकेडमिक तथा व्यावसायिक योग्यता में दक्षता प्राप्त करने के लिए समय समय पर आनलाइन सेमिनार, वर्कशॉप, व्यापार सबमिट आदि से हेल्प ले सकते हैं। कार्यशाला शुभारम्भ से पूर्व डॉ. विकास जैन (ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट हेड) ने पुष्पगुच्छ प्रदान कर रिसोर्स परसन का स्वागत किया।