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Monday, June 2, 2025

श्री बांके बिहारी के करने आ रहे हैं दर्शन तो इन बातों का रखें ध्यान

श्री बांके बिहारी के करने आ रहे हैं दर्शन तो इन बातों का रखें ध्यान.

गुरु पूर्णिमा मेला के अवसर पर श्री बांके बिहारी जी मंदिर के प्रबंधक ने मन्दिर परिसर एव गलियों सहित समूचे वृन्दावन में भारी भीड़ के दबाव को देखते हुए सभी श्रृद्धालुओ से निवेदन करते हुए एक एडवाइजरी जारी की है क्या है इस एडवाइजरी में आइए आपको बताते हैं कि यदि आप गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्री बाँके बिहारी जी महाराज के दर्शन करने आ रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें।
बाहर से आने वाले दर्शनार्थीगणों वृन्दावन आने से पूर्व भीड का आकलन करने के बाद ही वृन्दावन आएं यदि भीड अधिक है तो भीड का हिस्सा न बनें इस महीने में पड़ने वाले उत्सव जैसे गुरु पूर्णिमा हरियाली अमावस्या एवं हरियाली तीज, स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबन्धन, जन्माष्टमी इत्यादि मुख्य त्योहारों पर भी बहुत अत्यधिक भीड़ रहती है और इन अवसरों पर भी यहां अत्याधिक भीड होने पर यहां आने का प्रोग्राम तब बनाए जब भीड़ न हो या भीड का दवाब थोड़ा कम हो
और विशेष रूप से प्रत्येक शनिवार, रविवार को भी भीड़ का हिस्सा न बनने की भी लोगों से अपील की है, और यदि फिर भी श्रद्धालु यहां आते हैं तो मंदिर प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बनाये गये वन वे मार्ग का प्रयोग करने के लिए बनाए गए नियमों का पालन करने की अपील भी इस एडवाइजरी में है
आप लोगो से अपील भी है कि भीड के समय वृद्ध, दिव्यांगजन, छोटे बच्चों एवं बीमार व्यक्ति व श्वास सम्बन्धी रोगी व्यक्ति मंदिर परिसर में ना आयें। खाली पेट दर्शन करने ना आये। मन्दिर आते समय श्रृद्धालु किसी भी प्रकार का कीमती सामान / आभूषण अधिक नगदी अपने साथ न लावे। सभी श्रृद्धालु कृपया मंदिर में प्रवेश निकास हेतु निर्धारित प्रवेश एवं निकास मार्ग का ही प्रयोग करे तथा एकल मार्गीय व्यवस्था अनुसार दर्शन कर शीघ्र अपने गतव्य को प्रस्थान करें जिससे पीछे से आने वाले अन्य दर्शनार्थियों को दर्शन का पर्याप्त लाभ मिल सके,
आपको बता दें कि मंदिर परिसर के आस पास जूता चप्पल रखने की कोई व्यवस्था नहीं है, और यदि कहीं है भी तो हो सकता है एक जिस रास्ते आए हैं वहां से वापस जाने का रास्ता बंद हो क्यों कि मंदिर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एकतरफा आने जाने के मार्ग ही बने हुए हैं और मंदिर प्रबंधन की ओर से जूता चप्पल रखने की व्यवस्था विद्यापीठ चौराहा, गौतम पाड़ा, जुगल घाट, जादौन कार पार्किंग, हरिनिकुंज चौराहा पर बनाये गये जूता घर में की गई है, इसलिये जूता चप्पल, निर्धारित जूता घर में उतारे या होटल और गाड़ी में ही उतार कर आएं या फिर नंगे पाँव ही गलियों से दर्शन करने आएं । दर्शन करते समय या रास्ते में भी जेबकतरों, चैनकतरो व मोबाइल चोरो से भी सतर्क और सावधान रहे क्यों कि आसपास के क्षेत्रों में जेबकतरे मोबाइल चोर गिरोह सक्रिय हैं अपने साथ वाले वृद्धों व बच्चों की जेब में जरूरी नाम पता व फोन नम्बर की पर्ची अवश्य लिखकर रखें ताकि किसी भी परिजन के बिछुडने पर आपको सूचित किया जा सके। दर्शनार्थीगणों की सुविधार्थ खोया पाया केन्द्र मंदिर कार्यालय एवं बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है। समुचित आवागमन हेतु रास्ते में खड़े होकर सैल्फी ना खीचे और रास्ते को अवरुद्ध ना करें व्यवस्था बनाने में आप सभी दर्शनार्थीगणों का सहयोग सादर अपेक्षित है कृपया व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें चलते रहें ।

श्री बांके बिहारी के करने आ रहे हैं दर्शन तो इन बातों का रखें ध्यान

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