बरेली अजीबोगरीब घटनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन विद्युत विभाग ने तो गजब ही कर दिया! बिजली चोरी के मामले में जेल भेजे गए संविदा कर्मचारियो को जमानत पर रिहा होते ही फिर से बहाल कर लिया। यह खबर कस्बे में चर्चा का हॉट टॉपिक बनी हुई है।
फरीदपुर नगर के मोहल्ला परा में संविदा कर्मचारी के घर से भारी मात्रा में बिजली विभाग के चोरी से जुड़े उपकरण आदि सामग्री बरामद की गई थी। विद्युत विभाग एवं थाना फरीदपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने तत्परता दिखाते हुए संविदा कर्मियों गिरफतार को जेल भेज दिया, लेकिन जैसे ही वह जमानत पर छूटे, वैसे ही विभाग ने उसे वापस नौकरी पर रख लिया!
“जांच जारी है, तब तक काम करो!”
जब इस पर सवाल उठे तो अधिशासी अभियंता ने मासूमियत से जवाब दिया – “अभी जांच चल रही है, विभाग से कोई आदेश नहीं आया है, इसलिए इन्हें वापस रख लिया गया है।” मतलब साफ है – जब तक जांच पूरी न हो, तब तक आराम से सरकारी काम चलता रहेगा!
“ऐसा पहली बार नहीं हो रहा”
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसे कर्मचारियों को बहाल किया गया हो। पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं लेकिन विभाग हर बार आंखें मूंदे बैठा रहता है। “जांच” शब्द का सहारा लेकर हर बार मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
“नेताओं और जनता का सवाल – ये कैसी कार्यशैली”
स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। एक नेता ने तंज कसते हुए कहा – “क्या सरकारी नौकरी में अपराध करने पर प्रमोशन भी मिलता है?” वहीं, आम जनता पूछ रही है कि क्या इससे भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता को बढ़ावा नहीं मिलेगा?
अब देखना यह है कि यह मामला विभागीय जांच की भूलभुलैया में फंसकर दब जाता है या फिर कोई ठोस कार्रवाई होती है। फिलहाल, जनता जवाब मांग रही है, लेकिन विद्युत विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही!
