मथुरा — संस्कृति विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना एकाई वन के द्वारा छाता क्षेत्र के गांव तरौली में इस विशेष शिविर का शुभारंभ किया गया है। 17 मार्च से शुरू हुए इस विशेष शिविर के शुभारंभ के अवसर पर संस्कृति विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में एनएसएस इकाई वन के प्रोग्राम ऑफिसर सोहनलाल के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस) के स्वयंसेवकों को जागरूक किया गया तथा उन्हें 23 मार्च तक चलने वाले इस विशेष कैंप के बारे में कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।
संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर केके पाराशर ने विवि के स्वयंसेवक विद्यार्थियों को एनएसएस के इस विशेष कैंप के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत विद्यार्थी देश सेवा के प्रति अपने कर्तव्यों को जान पाता है। एनएसएस का सेवक समाज में अपनी सेवाओं के द्वारा एक नई छवि बनाता है और सम्मान पाता है। प्रत्येक नागरिक के लिए जरूरी है कि वे देश सेवा का जज्बा रखे।
एनएसएस के विशेष शिविर के दूसरे सत्र में संस्कृति विवि के प्लेसमेंट सेल के इंचार्ज कुलविंदर चावला के द्वारा पर्सनेलिटी डेवलपमेंट के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि एक आम इंसान और एनएसएस के स्वयंसेवक में फर्क देखते ही महसूस हो जाता है। इसका कारण देशसेवा के लिए समर्पित स्वयंसेवक के अंदर आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा होता है। जब आत्मविश्वास होता है तो फिर कोई भी योग्यता हासिल करना आसान हो जाता है।