Triveda Parayan Mahayagya concluded with Bhandare along with 31 Kundiya Yagya.
पंच यज्ञ प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में 11 दिनों से नगर पालिका परिसर के गांधी चिकित्सालय में चल रहे त्रिवेद परायण महायज्ञ का समापन 31 कुण्डीय हवन यज्ञ एवं प्रसाद वितरण कर तथा सम्मान समारोह के साथ संपन्न हुआ।
सर्वप्रथम श्रीराम दरबार के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उसके तत्पश्चात यज्ञ ब्रह्मा आचार्य विवेक उपाध्याय द्वारा सुंदरकांड पाठ द्वारा 31 वेदियों पर हवन यज्ञ कराया गया। मैथिल ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित रामदेव भारद्वाज एवं ब्रह्म कीर्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जुगेंद्र भारद्वाज द्वारा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखते हुए आचार्य विवेक उपाध्याय को शाल ओढ़ाकर यज्ञ पुरोधा सनातन गौरव सम्मान से अलंकृत किया। आचार्य विवेक उपाध्याय ने बताया कि यज्ञ साक्षात ब्रह्म का स्वरूप है, ब्रह्म से इस संसार की उत्पत्ति हुई है। यज्ञ तत्व को हमारे ऋषियों ने आदि काल से माना है संस्कार ही व्यक्ति के व्यक्तित्व का श्रृंगार है। संचालन सभा के अध्यक्ष योगेश धानौतिया ने किया। इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष धर्मवीर अग्रवाल कन्हैयालाल गोयल आरएन भारद्वाज, यज्ञ प्रबंधक कन्हैया लाल मंगला, महामंत्री राजपाल शर्मा, उपाध्यक्ष भूदेव प्रसाद शर्मा, दीपक, पवन जादौन, मिडिया प्रभारी भारत शर्मा, राजकुमार शर्मा, वीरपाल मिश्रा, शिवम उपाध्याय, गौरव गोयल, तनिष्क मंगला, प्रेमचंद, ऋषिराज रावत, रूपकिशोर उपमन्यु, सत्यवीर मास्टर आदि बड़ी संख्या में महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित रहे।
Triveda Parayan Mahayagya concluded with Bhandare along with 31 Kundiya Yagya.
Under the auspices of Panch Yagya Pracharini Sabha, the Triveda Parayan Mahayagya, which was going on for 11 days at the Gandhi Hospital in the Municipal Corporation premises, concluded with 31 Kundiya Havan Yagya and distribution of Prasad and a felicitation ceremony.
First of all, the program started by lighting the lamp in front of Shri Ram Darbar. After that, Havan Yagya was performed on 31 altars by reciting Sunderkand by Brahma Acharya Vivek Upadhyay. National President of Maithil Brahmin Mahasabha Pandit Ramdev Bhardwaj And in view of the work being done by Pandit Jugendra Bhardwaj, National President of Brahma Kirti, Acharya Vivek Upadhyay was covered with a shawl and decorated with Yagya Purodha Sanatan Gaurav Samman. Acharya Vivek Upadhyay told that Yagya is the true form of Brahma.
This world originated from Brahma. Our sages have accepted the principle of Yagya since ancient times. Sanskar is the makeup of a person’s personality. Yogesh Dhanoutia, Chairman of the Governing Body, conducted the proceedings.On this occasion, Municipality President Dharamveer Aggarwal Kanhaiyalal Goyal RN Bhardwaj, Yagya Manager Kanhaiya Lal Mangala, General Secretary Rajpal Sharma, Vice President Bhudev Prasad Sharma, Deepak, Pawan Jadaun, Media Incharge Bharat Sharma, Rajkumar Sharma, Veerpal Mishra, Shivam Upadhyay. A large number of women and men like Gaurav Goyal, Tanishk Mangala, Premchand, Rishiraj Rawat, Roop Kishore Upmanyu, Satyaveer Master etc. were present.