The number of patients in the district hospital is increasing in winter.
मथुरा महर्षि दयानंद सरस्वती जिला अस्पताल के जनरल वार्ड में ठंड से सांस और बी पी के मरीज बढ़ गए हैं। इस मौसम में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, जिससे अस्थमा के लक्षण और गंभीर हो सकते हैं। जिला अस्पताल के जनरल वार्ड में बीपी और सांस के मरीज बढ़ गए है। ठंडी हवा से सांस की नलियां सिकुड़ रही हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है सीएमएस डॉक्टर मुकुल बंसल ने बताया कि ठंड के कारण पहले से बीपी और सांस के मरीज बढ़ रहे है। प्रतिदिन सौ मरीजो की ओपीडी में तीस मरीज बीपी, तीस सांस के, दस दस्त के और बाकी के तीस बुखार, सर्दी, खांसी, गला खराब के आ रहे है। डॉ. बताते है कि सर्दियो में यह ना सोचे कि खाना खराब नही होता है। मरीजो को यही सलाह होती है जितना हो सके बासी खाने से परहेज करे। गर्म कपड़े पहने। सर्दी से बचाव करें। कोई परेशानी होने पर डॉक्टर से सम्पर्क करें।
The number of patients in the district hospital is increasing in winter.
In the general ward of Mathura Maharishi Dayanand Saraswati District Hospital, patients suffering from respiratory and BP problems due to cold have increased. The risk of infection increases in this season, which can make asthma symptoms more severe. BP and respiratory patients have increased in the general ward of the district hospital.The respiratory tubes are shrinking due to cold air, which causes difficulty in breathing. CMS doctor Mukul Bansal said that due to cold, BP and respiratory patients are already increasing. Every day, in the OPD of 100 patients, 30 are coming for BP, 30 for shortness of breath, 10 for diarrhea and the remaining 30 are coming for fever, cold, cough and sore throat. Dr. tells that do not think that food does not spoil in winter. Patients are advised to avoid stale food as much as possible. Wear warm clothes. Protect yourself from cold. Contact your doctor if you have any problems.