रेफ्रिजरेटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बाजार में आ जाने से मिट्टी के बर्तनों के व्यवसाय पर खासा असर पड़ा है
डीग उपखंड क्षेत्र में भीषण गर्मी पड़ रही है लोग गर्मी से त्रस्त हैं तो वहीं लोग गन्ने का ज्यूस , आइसक्रीम व ठंडे पेय पदार्थों का सेवन कर गर्मी से राहत पाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं । गर्मी के मौसम में ठंडा पानी रखने के लिए लोग मिट्टी के बर्तन खरीद रहे हैं । हाँलाकि तकनीकी के इस दौर में रेफ्रिजरेटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बाजार में आ जाने से मिट्टी के बर्तनों के व्यवसाय पर खासा असर पड़ा है । जहाँ एक ओर लोग घरों में एसी पंखे व कूलर के साथ ही साथ ठंडे पेय पदार्थ रखने के लिए रेफ्रिजरेटर रखने लगे हैं वहीं दूसरी ओर कुम्हार जितनी मात्रा में मिट्टी के बर्तन बनाते हैं उससे बहुत कम ही बर्तन बिक पाते हैं । डीग के प्रजापत समाज के करीब डेढ़ सौ परिवार मिट्टी के बर्तनों के व्यवसाय पर निर्भर हैं जिस पर अब संकट गहराता नजर आ रहा है । कुम्हार समाज की रोजी रोटी के लाले पड़ रहे हैं , समाज के लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा महंगाई राहत की तर्ज पर उनके परिवारों को आर्थिक सहायता देकर राहत दी जाये
