स्टेट कराटे चैम्पियनशिप में जीता सिल्वर मेडल
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल की प्रतिभाशाली कक्षा तीन की छात्रा प्रियांशा ने मेरठ में हुई राज्यस्तरीय ओपन कराटे चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर अपने विद्यालय तथा जनपद का नाम रोशन किया है। होनहार प्रियांशा इससे पहले भी कई प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुकी है। यूनाइटेड सोथोकान इंटरनेशनल कराटे फेडरेशन उत्तर प्रदेश द्वारा हाल ही में मेरठ में राज्यस्तरीय ओपन कराटे चैम्पियनशिप आयोजित की गई थी जिसमें राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा प्रियांशा ने फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। राज्यस्तरीय ओपन कराटे चैम्पियनशिप में प्रदेश भर के सैकड़ों बालक-बालिका खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। प्रियांशा की इस सफलता से उसके माता-पिता खुश हैं। उनका कहना है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षा के साथ ही सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों पर भी पर्याप्त ध्यान दिया जाता है इसी वजह से प्रियांशा लगातार मेडल जीत रही है। आरआईएस की स्पोर्ट्स टीचर रेखा का कहना है कि कराटे की शुरुआत एक आसान व्यायाम से होती है, जिसके कारण शरीर लचीला और फुर्तीला बनता है। इस खेल से शरीर का आलस कोसों दूर चला जाता है, शरीर दिनभर सक्रिय रहता है। मार्शल आर्ट की यही खासियत है कि जो लोग मार्शल आर्ट में शामिल होते हैं, वह मार्शल आर्ट न सीखने वालों के मुकाबले कहीं ज्यादा एक्टिव रहते हैं। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने राज्यस्तरीय ओपन कराटे चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली होनहार छात्रा प्रियांशा को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि छात्र जीवन में शिक्षा के साथ ही खेलों का भी बहुत महत्व है। खेलों से सिर्फ तन ही नहीं बल्कि मन भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को सलाह दी कि उन्हें प्रतिदिन कुछ समय खेलों को देना चाहिए। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने होनहार छात्रा प्रियांशा की इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि आज के समय में खेल के क्षेत्र में भी अपार सम्भावनाएं हैं। खेलों से हम अपना स्वास्थ्य ही नहीं करियर भी संवार सकते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि खेल हमें अनुशासन के साथ ही सामाजिक सद्भाव भी सिखाते हैं। यही वजह है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षा के साथ ही खेल गतिविधियों पर भी खूब ध्यान दिया जाता है। यह खुशी की बात है कि यहां के छात्र-छात्राएं खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्रा प्रियांशा की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि खेल हो या शिक्षा जो मेहनत करेगा उसे सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रियांशा खेल ही नहीं पढ़ाई-लिखाई में भी अव्वल है। वह बताती हैं कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में इंडोर तथा आउटडोर खेलों की व्यवस्था है। कराटे की जहां तक बात है, इस खेल से हम आत्मरक्षा के गुर सीखते हैं। बेटियों को तो मार्शल आर्ट गेम्स जरूर सीखना चाहिए।