पैसा बचाओ, पैसा बचाओ! दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस क्यों कर रहे हैं बार-बार ऐलान…
दुनिया के टॉप 5 सबसे अमीर लोगों में शामिल जेफ बेजोस ने अपनी संपत्ति को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
इस समय दुनिया भर में मंदी (Financial Crisis) का माहौल मंडराने लगा है. तो इसका सीधा असर आपके पैसों पर पड़ेगा। साल 2023 हम सभी के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। 2020-21 की कोविड महामारी (कोविड हेल्थ क्राइसिस) के बाद अब दुनिया में एक नया बड़ा संकट खड़ा होने जा रहा है और यही संकट आर्थिक मंदी बनने जा रहा है। नवंबर-दिसंबर के ये दो महीने हम सभी को बहुत सोच-समझकर बिताने हैं। मैं अपना पैसा कैसे बचा सकता हूं? दुनिया के इस अमीर शख्स (Rich People of the World) ने आम नागरिकों को बचत करने की सलाह दी है. तो हमें निम्न बातों का ध्यान रखना है। तो आइए जानते हैं कि आखिर कैसी होगी यह मंदी। (जेफ बेजोस कहते हैं कि यह आने वाली मंदी में पैसा बचाने का समय है)
अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने 124 अरब डॉलर देने की योजना बनाई
दुनिया के टॉप 5 सबसे अमीर लोगों में शामिल जेफ बेजोस ने अपनी संपत्ति को लेकर बड़ा खुलासा किया है. आइए देखें कि बेजोस ने क्या कहा। बेजोस का कहना है कि मंदी अगले साल धीमी हो जाएगी। इसलिए अपने खर्चों को बचाएं, क्योंकि अब हमें अपने संसाधनों को बचाना है और पैसे की बचत करनी है, उन्होंने लोगों को सलाह दी।
बेजोस वास्तव में दुनिया को क्या सलाह देते हैं?
यह बताया गया है कि बेजेस ने अपनी अधिकांश संपत्ति धर्मार्थ कार्यों के लिए दान करने का फैसला किया है। जेफ बेजोस Amazon के फाउंडर हैं। बेजोस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि मैं अपनी ज्यादातर दौलत (जो अमेजन के सीईओ हैं) दान कर दूंगा। मैं जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर काम करना जारी रखूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि मैं कुछ ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं जिससे मानवता को फायदा हो। जेफ बेजोस की कुल संपत्ति 124 अरब डॉलर है। वह दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति हैं।
मंदी की प्रकृति क्या है?
अमेरिका देश पर आर्थिक मंदी का खतरा मंडरा रहा है। इस देश के लोगों को महंगी चीजें खरीदने से बचना बहुत जरूरी है। इस मंदी का असर दुनिया पर भी पड़ेगा। इसका एक मुख्य कारण कोविड महामारी और दूसरा रूस-यूक्रेन युद्ध और तीसरा कारण कच्चा तेल है। जलवायु परिवर्तन भी दुनिया के सामने एक समस्या है। जिस तरह कोविड काल में शेयर बाजार चढ़ रहा था, आने वाला समय ही तय करेगा कि इस मंदी में शेयर बाजार की क्या स्थिति है। लेकिन आने वाले समय में हम सिर्फ पैसा ही नहीं बल्कि अपने संसाधनों को भी बचाना चाहते हैं। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े।