संस्कृति विवि आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को दिलाएगा उच्च शिक्षा
विवि ने शुरू की ने ‘सुकन्या शिक्षा योजना’
संस्कृति विश्वविद्यालय लगातार अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने के लिए तत्परता के साथ काम कर रहा है। जहां एक ओर दिव्यांग बच्चों की शिक्षा और उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्यरत है तो वहीं दूसरी ओर प्रतिभाशाली छात्राओं के लिए जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं, छात्रवृत्ति देकर उनकी शिक्षा को निरंतर जारी रखने के लिए प्रयासरत है।
संस्कृति विश्वविद्यालय की विशेष कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि संस्कृति विवि की टीम द्वारा किए गए सर्वे में यह सामने आया है कि बहुत सी ऐसी छात्राएं हैं जो अत्यंत प्रतिभाशाली हैं, लेकिन वित्तीय बाधाओं के चलते उच्च शिक्षा से वंचित हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के चांसलर डा. सचिन गुप्ता के सामने जब ये तथ्य आए तो उन्होंने आदेश दिए कि ऐसी प्रतिभाशाली छात्राएं शिक्षा से वंचित न हों, इसके लिए विवि द्वारा योजना बनाकर तुरंत अमल की जानी चाहिए। इसी सोच के चलते विवि ने ‘सुकन्या शिक्षा योजना’ शुरू की है। इस योजना के तहत जिन छात्राओं के 12वीं की परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक या उससे अधिक अंक आए होंगे, उनको विवि द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान कर निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। ये वे 100 छात्राएं होंगी जिनके परिवार की अधिकतम वार्षिक आय दो लाख या दो लाख से कम(आईटीआर के अनुसार)होगी। विवि द्वारा ऐसी सभी छात्राओं को एक प्रवेश परीक्षा देनी होगी और मैरिट के आधार प्रवेश पा सकेंगी। योजना के संबंध में अधिक जानकारी के लिए संस्कृति विश्वविद्यालय छाता (मथुरा) में एडमीशन सेल में या फिर 6399033329 फोन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।