संस्कृति विवि में विद्यार्थियों द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत ने ली नशे से दूर रहने की शपथ
संस्कृति विवि में विद्यार्थियों द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत ने ली नशे से दूर रहने की शपथ: नशा मुक्त भारत अभियान के तहत विद्यार्थियों को सामूहिक रूप से शपथ दिलाई गई।
मथुरा — संस्कृति विश्वविद्यालय के कैंपस-टू में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के निर्देश और देश में चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान के तहत विद्यार्थियों को सामूहिक रूप से शपथ दिलाई गई। इस मौके पर विद्यार्थियों को नशीली दवाओं, पदार्थ के प्रयोग से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में व्यापक रूप से जनकारी दी गई। विद्यार्थियों से आह्वान किया गया कि वे स्वयं तो नशे से दूर रहें, साथ ही अन्य लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें।
संस्कृति स्कूल आफ साइकोलाजी की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. उर्वशी शर्मा ने विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 1961 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अमेरिका में नशा मुक्ति अभियान चलाया गया था। नशा मुक्ति के लिए कई राष्ट्रों ने संधि कर इस अभियान को अपने देश में चलाने के लिए हस्ताक्षर किए। भारत ने इस संधि पर 1988 में हस्ताक्षर किए।
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सरकार द्वारा इस अभियान में जागरूकता सृजन कार्यक्रम, समुदाय की आउटरीच और दवा पर निर्भर आबादी की पहचान, उपचार सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ सेवा-प्रदाताओं के लिये क्षमता-निर्माण कार्यक्रम को शामिल किया गया है।
संस्कृति आयुर्वेद कालेज एंड अस्पताल के प्राचार्य डा. सुजित के.दलाई द्वारा छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति अभियान के तहत शपथ दियाई गई। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए और एक सुसंस्कृत जीवन जीने के लिए नशे से दूर रहना चाहिए। हमारे देश का उज्जल भविष्य युवाओं पर टिका होता है। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते में जाने लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जाता है।