संस्कृति विवि ने किया एचसीएल के साथ महत्वपूर्ण करार
संस्कृति विवि और एचसीएल के बीच हुए समझौते के दौरान एचसीएल के कैरियर शेपर प्रोजेक्ट ग्लोबल डाइरेक्टर प्रतापादित्य चक्रवर्ती, संस्कृति विवि के कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी एमओयू प्रदर्शित करते हुए। साथ में हैं संस्कृति विवि के संस्कृति विवि के अधिकारी।
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कैरियर निर्माण के लिए बड़ा कदम
मथुरा। विद्यार्थियों के कैरियर को नई ऊंचाइयां देने के लिए संस्कृति विश्वविद्यालय ने एक और बड़ा कदम उठाया है। संस्कृति विवि ने हिंदुस्तान कंप्यूटर लिमिटेड(एचसीएल) के साथ एक महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया है। यह एमओयू(समझौता) दोनों पक्षों के मध्य में हुआ है।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी जानकारी के अनुसार संस्कृति विवि के कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी और एचसीएल के कैरियर शेपर प्रोजेक्ट ग्लोबल डाइरेक्टर प्रतापादित्य चक्रवर्ती ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर कर इसके संपन्न होने की घोषणा की। प्रोफेसर एमबी चेट्टी ने बताया कि इस महत्वपूर्ण समझौते का उद्देश्य विद्यार्थियों के कैरियर को उंचाई प्रदान करने, कौशल और ज्ञान में वृद्धि, विषय संबंधी अनुभवों में बढ़ोत्तरी कराना है। संस्कृति विवि के पाठ्यक्रमों के साथ एचसीएल द्वारा विद्यार्थियों को विशेषज्ञता के सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। दोनों के मध्य यह तय हुआ है कि मिलकर फैकल्टी डवलपमेंट और रिफ्रेशर प्रोग्राम चलाए जाएंगे जिससे शिक्षकों को नए परिवर्तनों में पारंगत किया जा सकेगा। शिक्षकों के कैरियर के विकास के लिए दोनों पक्षों के विशेषज्ञ दोनों पक्षों की पेशेवर और व्यक्तिगत विशेषताओं को साझा करेंगे। इसके अलावा विशेषज्ञों के लेक्चर भी होंगे और सेमिनार, वर्कशाप भी आयोजित होंगी। विश्वविद्यालय में सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। आवश्यकता अनुरूप दोनों पक्ष मिलकर नए प्रोजेक्ट भी तैयार करेंगे। विद्यार्थियों को औद्योगिक भ्रमण के लिए भी ले जाया जाएगा।
कुलपति प्रो. एमबी चेट्टी ने बताया कि देश देश की दिग्गज कंपनी एचसीएल के द्वारा चलाए जा रहे कैरियर शेपर प्रोजेक्ट के अंतर्गत हुआ यह करार विद्यार्थियों और हमारे शिक्षकों, दोनों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। इस करार के अनुसार शिक्षकों के कैरियर का भी विकास होगा और वे विद्यार्थियों को उपयोगी परिवर्तनों से परिचित करा पाएंगे।