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Thursday, May 15, 2025

लखनऊ में आरआईएस के छात्र-छात्राओं ने दिखाया कमाल

लखनऊ में आरआईएस के छात्र-छात्राओं ने दिखाया कमाल

ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत सहित जीती ट्रॉफी
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने अपनी बौद्धिक और मानसिक शक्ति का नायाब उदाहरण पेश करते हुए राजधानी लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल में आयोजित ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत सहित चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर समूचे मथुरा जनपद को गौरवान्वित किया है। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के सैकड़ों स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने अपनी बौद्धिक क्षमता दिखाई। कम उम्र में ही छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण मस्तिष्क का विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिवर्ष ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता विभिन्न शहरों में आयोजित की जाती है। इसी कड़ी में विगत दिवस लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल में ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के एक दर्जन से अधिक छात्र-छात्राओं ने न केवल सहभागिता की बल्कि कुछ मिनट के अंदर ही सैकड़ों कठिन प्रश्नों के सही उत्तर देकर स्वर्ण तथा रजत पदक के साथ चैम्पियन ट्रॉफी अपने नाम की। अबेकस प्रतियोगिता में नक्ष गुप्ता, अन्वी गुप्ता, निमिष गुप्ता, मानस सारस्वत, प्रणिका, प्रतिष्ठा भारद्वाज, मायरा माहेश्वरी ने स्वर्ण पदक तो आराध्या माहेश्वरी और प्रणवी गर्ग ने रजत पदक जीतकर विद्यालय और जनपद का गौरव बढ़ाया। शैक्षिक संयोजक प्रिया मदान ने बताया कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने लखनऊ में अपनी बौद्धिक और मानसिक शक्ति से शानदार सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि आरआईएस का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के ज्ञान और कौशल में इजाफा करना है ताकि बच्चे हर क्षेत्र में सफलता की नई पटकथा लिख सकें। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने लखनऊ में शानदार सफलता हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि स्कूल-कॉलेजों का उद्देश्य सिर्फ किताबी ज्ञान देना ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास होना चाहिए। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ब्रेनोब्रेन अबेकस जैसी प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों की गणितीय तथा बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर समस्या का समाधान है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चे की गणितीय तथा सीखने की क्षमता को लेकर चिंतित रहते हैं। आरआईएस प्रत्येक बच्चे को जल्दी और प्रभावी ढंग से सीखने, कल्पना करने, ध्यान केंद्रित करने के लिए लगातार प्रशिक्षित करता है ताकि वह अपने मस्तिष्क को पहले से कहीं अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग में ला सकें।

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