भीम राव अम्बेडकर के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया
बी एस ए कॉलेज में डॉ भीम राव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता में बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का सुभारम्भ संयुक्त रूप से मुख्य वक्ता डॉ रजनीश त्यागी कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ अजय शर्मा प्राचार्य डॉ ललित मोहन शर्मा व डॉ एस के राय ने मां सरस्वती व डॉ अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया।
संगोष्ठी के प्रारम्भ में डॉ एस के राय ने विषय की प्रासंगिकता पर विस्तार से बताया।
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ तयगी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज अम्बेडकर पहले से ज्यादा प्रासंगिक है आवस्यकता इस बात की है कि डॉ अम्बेडकर के जीवन और विचारों पर समग्रता से विचार किया जाए।
प्राचार्य डॉ ललित मोहन शर्मा ने कहा कि डॉ आंबेडकर एक व्यक्ति से ज्यादा विचार है उनकी प्रासंगिकता समय के साथ विस्तार प्राप्त करती जाएगी।
अध्यक्षीय भाषण में डॉ अजय शर्मा ने कहा कि सामाजिक व राष्ट्रीय एकता के लिए डॉ आंबेडकर की दृष्टि बड़ी सारगर्भित है जिसे समग्रता में समझे जाने की आवस्यकता है।
संगोष्ठी में वंशिका शर्मा,भावना शर्मा व राहुल ने भी विचार व्यक्त किये
संगोष्ठी में संचालन कार्यक्रम के सह संयोजक डॉ बी के गोस्वमी ने किया।
अतिथियों का स्वागत डॉ यू के त्रिपाठी व डॉ वी पी राय ने किया
कार्यक्रम में डॉ रवीश शर्मा ,डॉ आनन्द त्रिपाठी, डॉ यू के त्रिपाठी, डॉ ए के सिंह डॉ रेखा राय डॉ सुनीता शर्मा डॉ नीलम शर्मा डॉ चंचल शर्मा डॉ सचिन डॉ वीना लेखाधिकारी जी के यादव, गीतम अमित,वरिष्ठ लिपिक रामकिशन , गोविंद सैनी आदि उपस्थित रहे।
भीम राव अम्बेडकर के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया