नॉएडा अभी न्यूज़ (सीमा सिंह ) पत्रकार वार्ता में बोलते हुए नारी शक्ति नोयडा महानगर की सह प्रमुख डॉ वेणु संगल ने कहा कि भारत सरकार ने 1 जुलाई 2022 से पूरे देश में एक बार प्रयोग में आने वाली प्लास्टिक को निर्माण करने ,उसको रखने ,वितरण करने और उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।सिंगल यूज प्लास्टिक आमतौर पर ऐसी वस्तुएं होती हैं जिन्हें केवल एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है। देश में 34 लाख टन सालाना निकलने वाला प्लास्टिक कचरा एक चुनौती है।प्लास्टिक मिट्टी की गुणवत्ता और पानी को प्रदूषित करता है।हम सब हमारे घरों से निकल रहे सिंगल यूज़ प्लास्टिक को अलग करके पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं, क्योंकि प्लास्टिक को पूरी तरह नष्ट होने में अनेकों वर्ष लग जाते हैं।
इस महत्वपूर्ण विषय पर सामान्य जनमानस का ध्यान आकृष्ट करना ही हम सब का उद्देश्य है।
प्रान्त सह प्रमुख रीना त्यागी ने कहा कि हमे सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त अभियान को सफल बनाने हेतु घर घर सम्पर्क करना होगा और महिलाए इस अभियान में अधिक से अधिक जुड़े उसके लिए उन्हें प्रेरित करना होगा
महिलाये अगर अपने घर से ही सिंगल यूज़ प्लास्टिक को अलग कर देंगी तो यह पर्यावरण बचाने में उनका बहुमूल्य योगदान होगा।
समाजसेवी एवं राजनीतिज्ञ सुश्री शारदा चतुर्वेदी ने कहा कि भले ही हम सब इस अभियान में देर से सक्रिय हुए है परंतु सब के सामूहिक प्रयास से हम 51000 परिवारों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त करने में अवश्य सफल होंगे।नोएडा को 5 भाग और 15 नगरों में बांटकर 2500 पर्यावरण मित्रो की टोली खड़ी करेंगे जो घर घर जा कर समाज को जागृत करने का कार्य करेंगी।कोरोना काल मे पर्यावरण के प्रति जो जागरूकता समाज मे आयी है वह इस अभियान को सफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सरकार के अर्थ दंड के बाबजूद भी जो प्लास्टिक फैक्ट्रीज में निर्माण और वितरण हो रहा है उसके विरुद्ध पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा अभियान चलाये जाने की आवश्यकता महसूस की गई।क्योंकि बिना निर्माण बद कराए हम अपना स्वच्छ पर्यावरण का लक्ष्य प्राप्त नही कर सकते है।।उन्होंने यह भी कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक से होने वाली घातक बीमारियों से लाखो इंसानो की जानें जा रही है व एक आम इंसान की कमाई का बड़ा हिस्सा हॉस्पिटल व डॉक्टर्स के पास खर्च हो जाता है।
पर्यावरण प्रेमी सुश्री शैल माथुर ने बताया कि वह पिछले कई वर्ष से सिंगल यूज़ प्लास्टिक को परिवार स्तर पर ही रोज़ इकट्ठा करने का कार्य कर रही है।इसके लिए दूध की थैली को कोने से काटकर दूध निकालकर उस थैली को एक मास तक प्लास्टिक की बोतल में डालकर ,और इसमे चॉकलेट,नमकिंन,बिस्कुट के रैपर्स डालकर ,इको ब्रिक बनाने का कार्य कर रही है।इन इको ब्रिक्स को रीसायकल करने और पार्क की सुंदर क्यारियां आदि बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है।
फोनरवा के अध्यक्ष श्री योगेंद्र शर्मा ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित है।उन्होंने कहा कि इस सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिये वह महानगर की सभी रेजिडेंट वेलफेयर संगठनों को भी प्रेरित करेंगे और इस राष्ट्र प्रेरणा यज्ञ में अपना हर प्रकार का सहयोग देंगे।
महानगर की पर्यावरण नारी शक्ति प्रमुख सुश्री अंजली शर्मा ने कहा कि अगर हमने अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण देना है तो आज वृहद स्तर पर जनजागरण अभियान चलाना ही होगा। उन्होंने बच्चों को आव्हान करते हुए कहा कि वह अपनी ऊर्जा धरती से सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त करने के लिए अपने परिवार के सभी सदस्यों को प्रेरित करें।
प्रसिद्ध वकील और पर्यावरण मित्र सुश्री दीपा जैन जी ने बताया कि नई टेक्नोलॉजी में इस प्लास्टिक को गलाने के बदले मिटी के कृमि की तरह कीड़े डालकर भी समाप्त किया जा सकता है।
पर्यावरणविद सुश्री दीपाली जी ने बताया की जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है उसी प्रकार स्वच्छ वायु सांस लेने के लिये आवश्यक है। अगर वायु रुक जाए तो तो तुरंत जीवन लीला समाप्त हो जाती है।उन्होंने यह भी कहा कि सभी को इक्कठा होकर सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस अभियान में एक चेन के रूप में कार्य करना होगा।
राष्ट्र सेविका समिति महानगर सह पर्यावरण प्रमुख ने कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक को अगर खत्म करना है तो स्वयं के घर से ही शुरू करना होगा।उन्होंने कहा अच्छा हो हम जब भी बाजार जाए अपने साथ कपड़े का थैला ले कर जाएं।
आज की प्रेस वार्ता में रीना त्यागी,शारदा चतुर्वेदी ,शैल माथुर,अंजली शर्मा,डॉ वेणु संगल,योगेंद्र शर्मा,मुकुल वाजपेयी,दीपाली दीक्षित,दीपा शर्मा,पवन यादव ,विद्या रावत उपस्थित रहे।
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