नए भारत के निर्माण में युवा अधिवक्ताओं की अहम भूमिका
मथुरा अभी न्यूज़ ( राहुल ठाकुर,वैभव भारद्वाज ) वृंदावन बाल विकास परिषद के तत्वावधान में अधिवक्ता दिवस के उपलक्ष्य में रमणरेती क्षेत्र स्थित रामकृष्ण अतिथि भवन के सभागार में अधिवक्ता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें अधिवक्ताओं को सम्मानित करने के साथ न्याय क्षेत्र में गरीब और असहाय लोगों को नि:शुल्क न्याय दिलाने को लेकर भी अधिवक्ताओं ने अपना संकल्प दोहराया ।
मुख्य अतिथि हरिओम शास्त्री ने कहा कि भारत की सारी न्याय व्यवस्था अधिवक्ता के काम पर टिकी हुई है। अधिवक्ता न्यायालय के अधिकारी हैं, इसलिए अधिवक्ताओं को क्षमता वर्धन के लिए अधिक से अधिक किताबों का निरंतर अध्ययन करते रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि लीला गौतम ने कहा कि वकालत विश्व भर में अत्यंत सम्मानीय और गरिमामय पेशा है। भारत में भी वकालत गरिमामय और सत्कार के पेशे के तौर पर हर दौर में बना हुआ है। सम्मानित अतिथि दम्पत किशोर दीक्षित ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों से अधिक योगदान किसी और पेशे का नहीं रहा। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों ने जमकर लोहा लिया है।
अध्यक्षता करते हुए परिषद संरक्षक अनुराग गोयल ने बताया भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस पर भारत भर में अधिवक्ता दिवस मनाया जाता है। राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति के साथ संविधान समिति के अध्यक्ष भी थे।
इससे पूर्व सर्वप्रथम भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद जी के छविचित्र पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्वलित किया गया और उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए अधिवक्ता आशीष गौतम नवीन चौधरी, अमित गौतम, अश्विनी शर्मा और पुनीत बल्लभ गौतम को ब्रज गौरव सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया ।