मैनपुरी से रूह कंपा देने वाली घटना आयी सामने
मथुरा अभी न्यूज़ (दीक्षा चतुर्वेदी ),जब देश आजादी का 75 वा अमृत महोत्सव मना रहा हो और जहां भारत विश्व गुरु का बनने का सपना देख रहा हो जहां 21वी सदी हम भारत की सदी होने की बात करते हैं तब हमारे इस समाज से कुछ ऐसी रूह कपा देने वाली घटनाएं सामने आती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं जी हां एक ऐसी घटना उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से सामने आई है जहां कुसमरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक 12 साल की मासूम बच्ची जो अपने घर के बाहर खेल रही होती है उसे गांव के ही 6 लोगों द्वारा अगवा कर लिया जाता है और खेत में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है जिसके बाद बच्ची लहूलुहान हो जाती है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाता है घटना के समय बच्ची के परिवारजन बाहर थे लौटते समय जब उन्होंने अपने घर पर बच्ची को नहीं पाया तो उसकी तलाश शुरू कर दी और अपनी बच्ची को एक खेत में लहूलुहान हालत में पाया अपनी बच्ची को इस हालत को देख उसके माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई अब यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि जहां हम 21वीं सदी भारत की सदी होने का दावा करते हैं तो कहीं ना कहीं यह घटनाएं उस पर प्रश्न चिन्ह उठाती हैं और हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या आज भी हम उस सदी में जी रहे हैं जहां हमारे समाज में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है जहां सरकार एक तरफ बेटियों को आगे बढ़ाने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं शर्मसार करती हैं सरकार दावा तो करती है कि आज कोई भी बहन बेटी उत्तर प्रदेश में बिना किसी डर के माहौल के बाहर निकल सकती है लेकिन उनके इन दावों पर कहीं ना कहीं ऐसी घटनाएं सवाल खड़ा करती हैं क्या आज का भारत बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं है कि क्या हम ऐसी घटनाओं से विश्व गुरु बनने की बात करते हैं कहीं ना कहीं हमारे समाज में ऐसे भी लोग हैं जिनकी ऐसी घटिया मानसिकता है ऐसी घटनाओं पर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई और जांच का भरोसा तो दे दिया जाता है लेकिन कड़ी कार्रवाई करने के बावजूद भी यह घटनाएं रुकने का नाम नहीं लेती हैं तो सवाल यह उठता है कि क्या आज के भारत में भी हमें लोगों की हीन मानसिकता बदलने की जरूरत है। और आखिरकार कब यह घटनाएं रुकने का नाम लेगी और कब हम यह पूरे दावे से कह पाएंगे कि हां आज के भारत में बेटियां सुरक्षित हैं।