LLB students moved towards new heights, teachers were honoured with grand farewell at BSA College
बीएसए (पी.जी.) कॉलेज, मथुरा के विधि विभाग में एलएलबी एवं बीएलएलबी अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भावनाओं, ज्ञान और उत्साह से भरपूर रहा, जिसमें शिक्षाविदों, विधि क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और महाविद्यालय के प्रख्यात प्रोफेसरों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता एवं समाजसेवी श्री ओ. पी. उपाध्याय, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डी.एस. कॉलेज अलीगढ़ के लॉ विभागाध्यक्ष एवं राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. हरीश शर्मा, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कोटा यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. राजकुमार उपाध्याय एवं आगरा कॉलेज आगरा के प्रोफेसर मुअज्जम खान द्वारा संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एस.के. राय एवं डॉ. बी.पी. राय व डॉ रवीश शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें विधि क्षेत्र में छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम में विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एस.के. राय एवं डॉ. बी.पी. राय, भौतिक विज्ञान विभाग के डॉ. रवीश शर्मा, बीकॉम विभागाध्यक्ष डॉ. यू.के. त्रिपाठी, शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. बी.के. गोस्वामी, विधि विभाग के अन्य प्रोफेसरगण डॉ. ए.के. सिंह, डॉ. ए.के. श्रीवास्तव, डॉ. लावण्य कौशिक, श्री सचिन सिंह, बीना कुमारी, डॉ. प्रगति उपाध्याय, डॉ. पारुल सिंह, डॉ. चंचल शर्मा, डॉ. पी.सी. अग्रवाल, डॉ. जय कुमार सिंह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। छात्र-छात्राओं ने सभी प्रोफेसरगण को शॉल एवं दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया, जिससे पूरा वातावरण गुरु-शिष्य परंपरा की गरिमा से भर गया। तत्पश्चात छात्र-छात्राओं ने संगीत, नृत्य, नाट्य मंचन और काव्य पाठ के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसे सभी ने खूब सराहा। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. ललित मोहन शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि विधि केवल एक पेशा नहीं, बल्कि समाज की न्याय प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है। आप सभी छात्र-छात्राएँ अपने ज्ञान, मूल्यों और नैतिकता के साथ आगे बढ़ें और न्याय के प्रहरी बनें। मुख्य अतिथि श्री ओ. पी. उपाध्याय ने कहा कि एक सफल अधिवक्ता वही होता है, जो न केवल कानून की गहरी समझ रखता है, बल्कि समाज के लिए न्याय के पथ पर भी कार्य करता है। यह डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि समाज में बदलाव लाने का एक शक्तिशाली हथियार है। विभागाध्यक्ष डॉ. एस.के. राय ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपने इस महाविद्यालय में जो ज्ञान और संस्कार अर्जित किए हैं, उन्हें अपने जीवन में आत्मसात करें। विधि के क्षेत्र में ईमानदारी, निष्पक्षता और सत्यनिष्ठा के साथ कार्य करना ही आपकी सबसे बड़ी सफलता होगी। छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय केवल एक शिक्षा केंद्र नहीं, बल्कि हमारे व्यक्तित्व निर्माण की आधारशिला रहा है। हमने यहाँ न केवल कानूनी ज्ञान प्राप्त किया, बल्कि जीवन के अनमोल पाठ भी सीखे। कार्यक्रम का समापन आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने एक-दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। विधि विभाग ने सभी छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और इस कार्यक्रम को स्मरणीय बना दिया। यह भव्य आयोजन न केवल छात्रों के लिए एक यादगार अवसर बना, बल्कि महाविद्यालय के गौरव को भी नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।