मथुरा अभी न्यूज़ (खन्ना सेनी, अजय ठाकुर ) जनपद के पशुओं में आई लंपी स्किन वायरस की बीमारी का फिलहाल गोवर्धन क्षेत्र में 6 मामले सामने आये है। इसके बावजूद पशुपालन विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। पशु चिकित्सकों ने पशुपालकों को अपने पशुओं पर मच्छरदानी के प्रयोग की सलाह दी है।
वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ.भूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि यह एक वायरस बीमारी है जो पशुओं में पाई जा रही है। फिलहाल गोवर्धन में ऐसे 6 मामले सामने आए है। वही इसे लेकर पशुपालन विभाग पूरी तरह से इस वायरस पर नजर रखे हुए है। पशुपालन मुख्यालय की तरफ से उनके पास इस पर नजर रखने के निर्देश मिले हैं। यह बीमारी कोई हवा से नहीं फैलती। यह डांस मक्खी द्वारा फैलती है। जब एक डांस मक्खी एक पशु का खून चूसती है और वह दूसरे पर बैठ जाती है तो यह बीमारी फैलती है। इसलिए अपने पशुओं पर मच्छरदानी लगाए रखनी चाहिए। इसमें सबसे पहले पशु की गर्दन पर धब्बेनुमा दाग हो जाते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे यह पशु से अन्य शरीर पर भी फैल जाते हैं। इसमें पशु चारा खाना छोड़ देता है तथा धीरे-धीरे उसके शरीर में कमजोरी आती है और वह दूध देना भी बंद कर सकता है। पीड़ित पशुओं व उनसे संबंधित सामान को बाकी पशुओं से अलग करना चाहिए। संक्रमित पशुओं को इधर से उधर नहीं ले जाना चाहिए। पशुओं पर लगने वाले मक्खी, मच्छर, चिचड़ों की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। अधिकतर गौशालाओं पर अधिक ध्यान देना होगा।
लंपी वायरस को लेकर पशु विभाग अलर्ट