करोडो की लूट का आईजी ने किया अनावरण,चार अभियुक्तो से 15 लाख बरामद
कौशाम्बी अभी न्यूज़(मुजफ्फ़र): कोखराज थाना क्षेत्र के हाईवे मार्ग पर एक व दो अक्टूबर की रात 2 बजे अज्ञात बदमाशों द्वारा दूसरे प्रदेश के व्यापारियों से वाहन की रैकिंग कर तीन करोड़ की लूट की गई थी। घटना का सफल अनावरण करने के लिए आईजी द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया। पुलिस की सभी टीमों द्वारा लखनऊ,बनारस, कानपुर,प्रयागराज मार्गों पर टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज से वाहनों का मिलान करते हुए फास्टटेग के माध्यम से घटना का सफल अनावरण किया गया। तीन करोड़ की लूट के एवज में चार अभियुक्तों से 15 लाख बरामद किया गया। जबकि दूसरे प्रदेशों में रहने वाले दो अभियुक्तों के पास शेष धनराशि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस ने सभी अभियुक्तों के खिलाफ लिखा पढ़ी कर जेल भेज दिया है। घटना का अनावरण करते हुए प्रयागराज जोन आईजी रेंज ने पत्रकारो से वार्ता के दौरान बताया कि 1 और 2 अक्टूबर की रात हाईवे मार्ग पर ककोढा के पास 2 बजे की रात गुजरात की कार का पीछा कर यूपी 70 जीबी 8271 से बदमाशों ने तीन करोड़ की लूट किया था। घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी लूट का खुलासा करने के लिए आईजी रेंज द्वारा 5 टीमों का गठन किया गया था। जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह के नेतृत्व में थाना अध्यक्ष तेज बहादुर सिंह,उप निरीक्षक राकेश यादव को लगाया गया था। दूसरी टीम सिराथू क्षेत्राधिकारी डॉ0 कृष्ण गोपाल के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार शर्मा मीडिया सेल, उपनिरीक्षक बिजेंद्र सिंह साइबर सेल, सिपाही अखिलेश उपाध्याय साइबर सेल को व क्षेत्राधिकारी चायल श्याम कांत को लगाया गया था। जिसमें उपनिरीक्षक सिद्धार्थ सिंह,एसओजी प्रभारी सिपाही मनोज यादव, विजय यादव, चेतन बाबू,विजय यादव, सरताज खा,ं विवेक यादव थे। चैथी टीम का नेतृत्व कोखराज थाना प्रभारी तेज बहादुर सिंह को दिया गया था। जिसमें उप निरीक्षक अभिषेक यादव, भोलानाथ यादव को लगाया गया था। पांचवी टीम का अवलोकन एसओजी प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह को सौंपा गया था,जिनके साथ उपनिरीक्षक गौरव त्रिवेदी अझुवा चैकी इंचार्ज सुमित आनंद को लगाया गया था। पांचो टीमों के द्वारा दिन रात मेहनत करके हाईवे मार्ग पर लगे एक दर्जन से अधिक टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया। जिसमें लूट करने वाले वाहन का मिलान करते हुए लखनऊ के वाहन स्वामी को पकड़ा गया। लेकिन उनके द्वारा बताया गया कि उन्होंने ऐसी कोई घटना को अंजाम नहीं दिया है। सभी टीमों द्वारा बारीकी से जांच की गई। घटना का सफल अनावरण करने में फास्ट टैग प्रयोग करना बदमाशों को महंगा पड़ गया। पुलिस टीम द्वारा फास्ट टैग के माध्यम से बदमाशों के वाहन की पहचान की गई। इसके बाद घटना में सम्मिलित अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार अभियुक्त अंकित पुत्र अमरनाथ गुप्ता निवासी राजाजीपुरम लखनऊ अनूप शुक्ला पुत्र सुबोध शुक्ला निवासी थनगांव जनपद सीतापुर,आदित्य वर्मा निवासी पारा जनपद लखनऊ,उदय प्रताप पुत्र सोने लाल निवासी देवपुर जनपद लखनऊ को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों से 15 लाख रुपए नगद एक आदत सफारी गाड़ी,वादी मुकदमा का आधार कार्ड,ड्राइविंग लाइसेंस, 4 अदद मोबाइल,सिम कार्ड बरामद किया गया। जबकि घटना के बाद प्रकाश में आए अभियुक्त रोशन निवासी पुणे और बिरजू निवासी मुंबई फरार है। आईजी ने कहा कि घटना का अनावरण करने वाली टीम को 50 हजार का पुरस्कार दिया गया है।