चर्चित जवाहर बाग कांड की गाजियाबाद के सीबीआई कोर्ट में होगी सुनवाई
मथुरा अभी न्यूज़ ( बृजवासी ) चर्चित जवाहर बाग कांड में सीबीआई ने 111 लोगों को बनाया है, दोषी आरोपियों में से 15 लोगों की सुनवाई के दौरान हो चुकी है मृत्यु ,96 आरोपियों के विरुद्ध सीबीआई ने गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में आरोप पत्र किया दाखिल, अब गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में 96 आरोपियों की होगी सुनवाई. 2 मार्च 2017 से जवाहर बाग कांड की सीबीआई कर रही थी जांच .जवाहर बाग कांड में 2 पुलिस अधिकारियों के सहित 29 लोगों की हुई थी मौत.
आपको पता होगा ही कि 2 जून 2016 को जवाहर बाग में कब्जा हटवाने गई पुलिस और वहां मौजूद लोगों की भिड़ंत हो गई। इस हिंसा में मथुरा के तत्कालीन SP सिटी मुकुल द्विवेदी और इंस्पेक्टर संतोष यादव शहीद हो गए थे। वहीं गोलीबारी में 29 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी।
मथुरा में इस संबंध में कुल 12 मुकदमे दर्ज हुए थे। साल-2017 में शासन के आदेश पर इस केस की जांच सीबीआई को ट्रांसफर हुई थी ।
आखिर पूरा मामला था क्या वह हम आपको अभी न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट से बताएगे
मथुरा में जवाहर बाग एक जगह का नाम है। इस पर रामवृक्ष यादव नामक व्यक्ति का कब्जा था। वो 15 मार्च 2014 में करीब 200 लोगों के साथ यहां पर रहने आया था। प्रशासन ने उसने दो दिन रहने की इजाजत ली और फिर उसके बाद इस जमीन पर काबिज होकर बैठ गया। ये बाग करीब 270 एकड़ जमीन पर फैला है। रामवृक्ष ने इस जमीन पर आटा चक्की मिल, राशन की दुकानें, सब्जी मंडी और अन्य दुकानें तक खुलवा ली थीं।
साल-2016 में कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि वो इस जमीन को तीन दिन में खाली कराए। पुलिस जब 2 जून 2016 को जवाहर बाग खाली कराने पहुंची और कब्जा हटाने के लिए पुलिस आगे बढ़ी तो बाग में रहने वाले लोगों ने हमला कर दिया था। आगजनी हुई, गोलियां चली, पत्थर बरसाए गए। इस हिंसक झड़प में जहां दो पुलिस अफसर शहीद हुए, वहीं रामवृक्ष यादव भी मारा गया था।
2 मार्च 2017 मैं इस मामले की विवेचना सीबीआई को सौंप दी गई सीबीआई ने 111 लोगों को आरोपी बनाया 15 आरोपियों की मौत हो गई और 96 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया मथुरा में इस मामले की लगभग 5 साल सुनवाई हुई अब इस मामले की सुनवाई गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट में होगी