वृन्दावन में अंतर्राष्ट्रीय धर्म संसद का हुआ आयोजन, पूरे देश के साधु संत, महंत हुए एकत्रित
धर्म नगरी वृंदावन में आज भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान कृष्ण जन्मभूमि को मुक्ति दिलाने के लिए साधू संतो के द्वारा श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति एवं मंदिर निर्माण न्यास के आवाहन पर आयोजित धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश और दुनिया के अनेकों साधू संत विद्वान जन शामिल हुए है वहीं इसमें कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी शामिल हुए है ,इसमें जहां कृष्ण जन्मभूमि को शाही ईदगाह मस्जिद के कब्जे से मुक्त कराने के साथ साथ सनातन को एक जुट करने और हिन्दू धार्मिक मंदिरों को रक्षा सुरक्षा दिलाने के लिए इसमें रणनीति बनाई जाएंगी धर्म संसद में धर्म नगरी के बड़े बड़े साधु संत और महंत शामिल है और यहां सभी एक जुट होकर कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति लिए अपने अपने विचार रखकर आगे का रास्ता निकालने के लिए एकत्र हुए है वहीं यहां आए कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्ण ने बोला है कि जिस तरह से प्राचीन समय में हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया विध्वंस किया गया उसके लिए सनातन को एक जुट करने का काम करने यहां आए है और जिस तरह से यहां पर भगवान श्री कृष्ण के मंदिर को भव्य बनवाने के लिए साधू संतो की धर्म संसद में शामिल होने आए है ।यहां पर आचार्य प्रमोद कृष्ण ने ये भी बोला कि सम्भल में जिस तरह से कोर्ट के आदेश पर सर्वे करने गए उसका सम्मान होना चाहिए था मगर सपा के नेताओं ने वहां दंगा भड़काया और हमको पूरा विश्वास है कि सम्भल में यूपी के मुख्यमंत्री और प्रशासन शांति बहाल करने में कामयाब होगी वहीं सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ सम्भल में दंगा भड़काने का मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए
यहां पर साफ तौर पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सम्भल दंगे के लिए सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराया और उन पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर दी है आचार्य प्रमोद कृष्णम ने की घोषणा अगर जरूरत पड़ी तो हम एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने का काम करेंगे
मगर ये राजनीति देश को जोड़ने की राजनीति के लिए होगी और कुछ कहते है कि साधु संतों को राजनीति नहीं करनी चाहिए मगर हम राजनीति करेंगे राजनीति किसी के बाप की बपौती नहीं है