हम सभी अपनी-अपनी गाड़ी में तेल भरवाने के लिए पेट्रोल पंपों पर जाते हैं तो उस समय अक्सर हम इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं कि वहां तेल कैसे भरा जा रहा है |
लेकिन आपको बता दें कि देश में मिलावटी तेल और तेल देते समय धोखाधड़ी की कई घटनाएं बहुत ज्यादा हो रही है |
फरवरी 2022 में भारतीय तेल और गैस मंत्री ने कहा था कि पेट्रोल पंप धोखाधड़ी के लिए दिल्ली तीसरे स्थान पर है और राजधानी में पेट्रोल पंपों पर कम तेल देना एक आम समस्या है |
यहां हम आपको बता रहे हैं कि पेट्रोल पंप पर अक्सर किस तरह आपको चूना लगाया जाता है और यहां इससे आप कैसे बच सकते हैं |
दरअसल आपको बता दें कि देश भर में पेट्रोल पंपों पर कम तेल देने वाले कई मामले सालाना दर्ज किए जाते हैं| जबकि अधिकांश मामले रिपोर्ट ही नहीं किए जाते |
पेट्रोल पंप पर खुद को शॉर्ट-सेलिंग से बचाने के लिए जब आप तेल भराने जाते हैं तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि डिलीवरी वाला व्यक्ति पिछले ग्राहक के वाहन में ईंधन भरने के बाद फिलिंग मशीन को 0 कर दे |
इसके अलावा अगर आप वाहन में भरे गए तेल से संतुष्ट नहीं है या आपको कोई शंका है तो पेट्रोल पंप पर 5-लीटर टेस्ट क्वांटिटी टेस्ट करा सकते हैं |
यह टेस्ट सभी पेट्रोल पंपों में सरकार द्वारा प्रमाणित 5 लीटर का पैमाना होता है और अगर मशीन में 5 लीटर फीड करने पर पैमाना पूरी तरह से भर जाता है तो मान लीजिए कि पेट्रोल पंप कम ईंधन नहीं दे रहा है |अगर ऐसा नहीं होता है तब आपको जरूरी कदम उठा सकते हैं और धोखाधड़ी की रिपोर्ट कर सकते हैं |
आप हमेशा तेल भराते समय हमेशा मीटर पर नजर डालें और देखें कि मीटर में जीरो दिखा रहा है या नहीं |
इसके आलवा तेल भरते समय पूरे वक्त मीटर पर नजर रखें और बेहतर होगा कि आप कार से बाहर निकलें और मीटर के साथ ही फ़्यूल नॉजिल पर भी नजर रखें |
अगर आप यह सभी नियम अपनाएंगे तो आपको सही पेट्रोल मिलेगा जिससे आपको भी कोई समस्या नहीं होगी |