कहते है की चाणक्य के नीति शास्त्र मनुष्य जीवन के लिए बहुत उपयोगी होती है | क्यूंकि मनुष्य जीवन के कई ऐसे मर्म बताए हैं, जिन्हें समझ कर कोई भी व्यक्ति आसानी से अपने जीवन को सुखमय और सफल बना सकता है |
नीतिशास्त्र में पुरुषों से जुड़े गुणों का जिक्र करते हुए आचार्य कहते हैं कि अगर किसी पुरुष में कुत्ते के ये गुण आ जाए तो उससे उसकी स्त्री हमेशा संतुष्ट रहती है और ऐसे गुणों वाला पुरुष परिवार में खुशी को बनाये रहता है और सम्पन्न रहता है, तो चलिए आज आपको बता दें कि कौन-कौन से वो गुण हैं जो पुरुष को ये काबलियत देते हैं |
चाणक्य कहते हैं कि पुरुष को परिश्रम करना चाहिए और उससे जो धन या फल मिले, उससे संतुष्ट व खुश रहना चाहिए | क्यूंकि जिस तरह से कुत्ता को जितना भोजन मिलता है, उतने में ही वो संतुष्ट हो जाता है तो उसी तरह पुरुषों को मेहनत से अर्जित इस धन से ही परिवार का पालन पोषण करना चाहिए | जिन पुरुषों में यह गुण होता है वे सफलता प्राप्त करते हैं |
इसके अलावा जिस तरह से कुत्ता गहरी नींद में होने के बाद भी सतर्क रहते हैं वैसे ही पुरुष को भी हमेशा अपने परिवार-स्त्री और कर्तव्यों को लेकर सतर्क होना चाहिए ताकि परिवार व खुद कर सुरक्षा के लिए शत्रुओं से सदा सावधान रहे |
इसने अलावा चाणक्य यह भी कहते है कि जिस तरह कोई कुत्ते की वफादारी पर शक नहीं कर सकता ठीक उसी तरह पुरुष को अपनी पत्नी व कार्य के प्रति हमेशा वफादार होना चाहिए क्यूंकि जो पुरुष अनजान महिलाओं को देखकर भी लालायित हो जाता है तो उसके घर में कलह बना रहता है तो ऐसे पुरुष से स्त्री कभी खुश नहीं रहती है क्योंकि पत्नी अपने पति की वफादारी से ही आनंदित रहती है |
तो चाणक्य की नीति यही कहती है कि एक अच्छे पुरुष के अंदर यह सभी गुण होने ही चाहिए |