मैं सेना की वजह से ज़िंदा हूँ : देबस्मिता राणा
सेना ने गंदेरबल जिले के कंगन उपखंड के गंगबल झील क्षेत्र से एक ट्रैकर को बचाया। पश्चिम बंगाल की ट्रैकर मिस देबस्मिता राणा उस टीम का हिस्सा थीं जो गंदेरबल जिले में ग्रेट सेवन लेक ट्रेक का प्रयास कर रही थी। जब समूह ज़ाज़ीबल गली को पार कर रहा था और ट्विन झीलों गंगबल और नुंडकोल (11,700 फ़ीट) की ओर नीचे आ रहा था, तो मिस देबस्मिता राणा को सांस लेने में तकलीफ़ होने लगी। इसके तुरंत बाद वह बेहोश हो गई और उसे बेहोशी की हालत में 34 असम राइफल्स के ट्रंखल आर्मी कैंप में लाया गया। सेना कैंप में मेडिकल ऑफिसर और उनकी टीम ने उसे बचाया और लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की। उनकी त्वरित प्रतिक्रिया और साहसी बचाव अभियान ने उसकी जान बचाई।