अब हिंदुस्तान में जल्द ही नए साल में 5जी के कमर्शियल लांच की संभावना दिख रही है क्यूंकि गत एक अक्टूबर को माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5जी सेवा लांच तक चुके हैं |
इस समय तक एयरटेल ने देश के आठ प्रमुख शहरों में 5जी सेवा शुरू करने की घोषणा की थी और रिलायंस जियो ने दिवाली से प्रमुख शहरों में 5जी लांच की घोषणा की थी, लेकिन देश के प्रमुख शहरों में अभी 5जी का ट्रायल ही चल रहा है |
आपको बता दें कि टेलीफोन कंपनियों के मुताबिक 5जी के कमर्शियल लांच से अभी कोई फायदा नहीं है क्यूंकि इसका कारण यह है कि एपल और सैमसंग जैसी कंपनियों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले प्रीमियम उपभोक्ता दिसंबर से पहले अपने फोन में 5जी सेवा का अनुभव नहीं ले सकेंगे | सैमसंग कंपनी ने अगले माह नवंबर तक तो एपल ने दिसंबर तक अपने फोन को 5जी सेवा के प्रयोग के लिए अपडेट करने का भरोसा दिया है |
इसके अलावा आपको बता दें कि टेलीफोन कंपनियों को इस बात की भी आशंका है कि कमर्शियल लांच के बाद अगर 5जी इस्तेमाल करने वालों की संख्या नहीं बढ़ी तो 5जी लांच असफल दिखेगा और ऐसे में कंपनियां 5जी इकोसिस्टम के पूरी तरह से तैयार हुए बगैर इसके कमर्शियल लांच का जोखिम नहीं ले सकती हैं |
क्यूंकि किसी भी नई सेवा को पहले प्रीमियम उपभोक्ता अपनाते हैं और फिर उस सेवा का प्रसार निचले स्तर के उपभोक्ताओं तक होता है |
इतना ही नहीं टेलीफोन कंपनियों को इस बात की भी आशंका है कि कमर्शियल लांच के बाद अगर 5जी इस्तेमाल करने वालों की संख्या नहीं बढ़ी तो 5जी लांच असफल दिखेगा |ऐसे में कंपनियां 5जी इकोसिस्टम के पूरी तरह से तैयार हुए बगैर इसके कमर्शियल लांच का जोखिम नहीं ले सकती हैं |
एयरटेल और रिलायंस जियो दोनों ही फिलहाल अति सीमित इलाकों में 5जी सेवा दे रही हैं लेकिन 5जी सेवा का अनुभव सिर्फ उन उपभोक्ताओं के लिए हैं जिन्हें कंपनी की तरफ से निमंत्रण भेजा गया है |
सूत्रों के अनुसार कमर्शियल लांच ही 5जी का असली लांच होगा क्योंकि तभी से कंपनियां 5जी के लिए शुल्क वसूल सकेंगी और पिछले एक साल से मोबाइल फोन कंपनियां हमारे साथ 5जी का ट्रायल कर रही थी, इसके बावजूद उनका फोन 5जी नेटवर्क के हिसाब से तैयार नहीं है लेकिन फिर भी यह देखने वाली बात तो होगी कि कब तक भारत में पूर्ण रुप से 5जी शुरू होता है |