कहते हैं कि कोई भी सरकारी महकमा अपने देखने की बुराई नहीं करता इतना ही नहीं है उस उस महकमें की बुराई भी नहीं सुन सकता और इसमें सबसे ज्यादा पुलिस का महकमा होता है |लेकिन अब हरियाणा के पानीपत में एक ऐसा मामला सामने आया है जहाँ एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने अपने ही पुलिस महकमे पर आरोप लगाया है |
दरअसल आपको बता दें उन्होंने अपने ही विभाग के करप्शन से तंग आकर हेड कांस्टेबल ने पुलिस अधीक्षक को त्यागपत्र भेज दिया है | उन्होंने साफ तौर पर अपने विभाग के पुलिस कर्मियों पर आरोप लगते हुए कहा है कि वह ट्रैफिक और अतिक्रमण की ड्यूटी पर पानीपत के तहसील कैंप में तैनात है और बीते 3 दिनों में उसने जुआ, नशा और अवैध शराब के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया |
परंतु उन्होंने बताया की थाने के पुलिसकर्मियों ने मौके पर सादी ड्रेस में पहुंचकर जुआ खेलते पकड़े गए लोगों को भागने में मदद की |इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यहां के सभी पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं |इसके बाद कांस्टेबल ने यह भी बताया की पुलिस की शह पर चल रहे अवैध कार्य से तंग आकर इस्तीफा दे रहा हू और अपने त्याग पत्र में ये भी लिखा रहा हूँ कि में अपने सामने अवैध कार्य होते नही देख सकता | उसने कहा कि वह आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले करता है और बाद में कुछ पुलिसकर्मी उसे छोड़ देते हैं |
इतना ही नहीं पुलिसकर्मी उन पर कार्यवाही न करके उन्हे मौके से भगाने में मदद करते हैं और वह ऐसे करप्शन का हिस्सा नहीं बनना चाहता | इसलिए ही वह अपनी नौकरी से इस्तीफा दे कर सन्यास ले रहा है |उसका कहना है की अब या तो विभाग मेरा इस्तीफा मंजूर करे या आरोपियों को भगाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करे |
लेकिन पुलिस विभाग इस कांस्टेबल की दी गई शिकायत पर कितना कार्य करता है क्योंकि ऐसी शिकायतें पहले भी प्रदेश में कई बार आ चुकी है लेकिन अभी तक उनमें कोई कार्रवाई खास नहीं हुई है |फिलहाल इस पूरे मामले में यहां के स्थानीय पुलिस अधीक्षक ने हस्तक्षेप किया हुआ है जिनसे इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद है |