गोकुल में बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया नन्दोउत्सव
गोकुल में हर वर्ष की भांति इस वर्ष में नन्दोंउत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया
सर्वप्रथम नन्दकिला नन्द भवन से श्री कृष्ण के बालस्वरूप बाजार की गलियों से होकर नन्दचौक पहुंचे जहाँ पर नन्दोंउत्सव की तैयारी बडे धूम धाम से चल रही थी
श्री कृष्ण के बालस्वरूप के दर्शन को श्रद्धलु उत्सुक थे बाद नन्दोंउत्सव शुरू हुआ
बांके बिहारी मंदिर में बड़ा हादसा मंगला आरती में भीड़ के दबाव में दो श्रद्धालुओं की मौत
नन्दोंउत्सव के दौरान विभिन्न प्रकार की खाद्य साम्रगी ,वस्त्र, पैसे ,चांदी के आभूषण श्री कृष्ण के नन्दोंउत्सव में आये श्रद्धालुओं में लुटाए गए

नन्दोंउत्सव प्रागण में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली
श्रद्धालु भावविभोर होकर नन्दोंउत्सव पर लुटाई जा रही सामग्री को लूटने में लग रहे थे
पूरे नन्दचौक ने नन्द घर आनंद भये जय कन्हैया लाल की के जयकारे गुज रहे थे
गोकुल मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ जन्म के बाद वसुदेव भगवान श्री कृष्ण को गोकुल नन्द बाबा के यह रात में सुला गए सुबह जब गोकुल वासियों को पता चला कि यशोदा के लल्ला हुआ है तो सभी नन्द बाबा को बधाई देने घर आये ओर नन्द बाबा ने किसी को खाली हाथ नही जाने दिया
ओर बताया कि श्री कृष्ण के जन्म की खुश जो उत्सब मनाया जा रहा था उसमें नन्द बाबा ने 9 लाख गायों का दान किया और अनेको प्रकार के हीरे मोती ,धन का दान किया तभी से हमारे ब्रज में नन्दउत्सव मनाते आ रहे हैं