इस वक्त भारत के एक शख्स का नाम पूरी दुनिया में छाया हुआ है क्योंकि उसने अपना ही नाम नहीं किया बल्कि पूरे देश का नाम पूरी दुनिया में किया है |
जी हाँ, तो आज हम बात करने जा रहे हैं भारत के सबसे अमीर उद्योगपति और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर इंसान गौतम अडानी के बारे में |
दरअसल आपको बता दें कि गौतम अडानी एक सामान्य से परिवार में सन 1962 को जन्मे थे और उसके बाद उन्होंने अहमदाबाद के ही सेठ चिमनलाल नगीनदास विद्यालय ने उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई की | यह पढ़ाई करने के बाद वो गुजरात यूनिवर्सिटी में कॉमर्स पढ़ने गए, लेकिन दूसरे साल में ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी |उनके पिता शांतिलाल अडानी कपड़े के छोटे व्यापारी थे, जबकि मां शांता बेन हाउस वाइफ थीं |
वह 6 बहन भाई भी थे और एक छोटे से चॉल में रहते थे | गौतम के सबसे बड़े भाइयों के नाम मनसुखभाई अडानी, विनोद अडानी, राजेश अडानी, महासुख अडानी और वसंत अडानी था |इन सभी में गौतम अडानी सबसे अलग सोच रखते थे और इसी वजह से उन्होंने पिता के बिजनेस में हाथ बंटाने के बजाय महज 17 साल की उम्र में मुंबई जाने का फैसला किया और वहां पर गौतम अडानी ने दो साल तक हीरा व्यापारी महिंद्रा ब्रदर्स के यहां काम किया |
इतना ही नहीं 20 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई में खुद का डायमंड ब्रोकरेज का बिजनेस शुरू किया और पहले ही साल में लाखों की कमाई भी कर दी |
उसके बाद उनके बड़े भाई मनसुखभाई अडानी ने 1981 में अहमदाबाद में एक प्लास्टिक यूनिट खरीदी और उन्होंने गौतम अडानी को मुंबई से वापस बुला लिया |गौतम अडानी ने पॉलीविनाइल क्लोराइड इंपोर्ट के जरिए वैश्विक व्यापार में कदम रखा और आगे बढ़ने लगे और वह प्लास्टिक के दानों से सांचे बनाने का काम करते थे |
फिर बाद में उन्होंने 1998 में अडानी एक्सपोर्ट्स लिमिटेड की शुरुआत की, जो पावर और एग्रीकल्चर कमोडिटीज में काम करती रही और गनीमत यह हुई कि यह बहुत तेजी से आगे बढ़ी और इसी के चलते आज के वक्त में एयरपोर्ट, बंदरगाह, ग्रीन एनर्जी, खान, कोयला, पावर, रियल एस्टेट, एग्री प्रोडक्ट्स, तेल और गैस, वित्तीय सेवाएं, डेटा सेंटर समेत अब सीमेंट कारोबार में तगड़ा काम कर रहे हैं |कहते हैं कि इन्हीं तमाम संघर्षों की वजह से एक मिडिल क्लास फैमिली से गौतम अडानी दुनिया के दूसरे नंबर के सबसे अमीर इंसान बन गए ल, जो सभी के लिए एक मिसाल है |