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Sunday, April 13, 2025

संस्कृति विवि में रिमोट सेंसिंग डाटा पर हुई महत्वपूर्ण वेबिनार

संस्कृति स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड इन्फोर्मेशन टेक्नोलाजी द्वारा रिमोट सेंसिंग डाटा पर दो दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार द्वारा प्रतिभागियों को मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग तकनीकों का उपयोग करके रिमोट सेंसिंग डेटा विश्लेषण और इसके अनुप्रयोगों की व्यापक समझ प्रदान की गई। विभिन्न सत्रों में कृषि और अन्य क्षेत्रों में बहु-स्तरीय रिमोट सेंसिंग डेटा के प्रयोग के बारे में विस्तार से बताया गया। विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया कि रिमोट सेंसिंग डेटासेट से मूल्यवान अंतर्दृष्टि निकालने के लिए उन्नत डेटा प्रोसेसिंग तकनीक कैसे प्रयोग की जाती है। वेबिनार में रिमोट सेंसिंग डेटा विश्लेषण को बेहतर बनाने में एआई-संचालित कार्यप्रणाली की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई।
वेबनार में रिमोट सेंसिंग अनुप्रयोगों और डेटा विश्लेषण तकनीकों में रुचि रखने वाले विशेषज्ञ, शोधकर्ता और छात्र एक मंच पर उपस्थित हुए। वेबिनार के पहले दिन एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा के डा. वरुण मिश्रा ने कृषि में मल्टी-स्केल रिमोट सेंसिंग डेटा के अनुप्रयोगों के बारे में एक व्यावहारिक सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कैसे उपग्रह और यूएवी-आधारित रिमोट सेंसिंग तकनीकों का उपयोग सटीक कृषि, फसल निगरानी और मिट्टी की नमी के आकलन में किया जा रहा है। वेबिनार के दूसरे दिन यूनिवर्सिटी गुस्ताव एफिल, फ्रांस के डॉ. अमन अरोड़ा ने मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग मॉडल का उपयोग करके मल्टी-स्केल रिमोट सेंसिंग डेटा को प्रोसेस करने की उन्नत तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया। सत्र में जटिल डेटासेट से सार्थक अंतर्दृष्टि निकालने के लिए विभिन्न तरीकों की खोज की।
इस महत्वपूर्ण वेबिनार ने प्रतिभागियों को रिमोट सेंसिंग डेटा विश्लेषण और कृषि और उससे आगे के क्षेत्रों में इसके अनुप्रयोगों में एक ठोस आधार प्रदान किया। उपस्थित लोगों ने मल्टी-स्केल रिमोट सेंसिंग डेटा को प्रोसेस करने के लिए मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग तकनीकों पर व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। सत्रों के द्वारा वास्तविक दुनिया की चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया और डेटा व्याख्या, वर्गीकरण और ऑब्जेक्ट डिटेक्शन के लिए एआई-संचालित समाधानों का प्रदर्शन किया गया। प्रतिभागियों ने रिमोट सेंसिंग तकनीकों का उपयोग करके निर्णय लेने की प्रक्रियाओं को बढ़ाने के लिए नवीन तरीकों की भी खोज की। विशेषज्ञों के नेतृत्व वाली चर्चाओं ने पर्यावरण निगरानी और स्मार्ट कृषि में आगे के शोध, सहयोग और एआई-एकीकृत दृष्टिकोणों के विकास को प्रोत्साहित किया। वेबिनार के सफल समापन ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए एआई को रिमोट सेंसिंग के साथ एकीकृत करने के महत्व को पुष्ट किया।
कार्यक्रम का आयोजन डॉ. प्रियंका गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर, एचओडी, बी.टेक. एआई एंड एमएल, सुश्री रोमी तिवारी, सहायक प्रोफेसर, एसओईआईटी और श्री नीलाद्री शेखर भट्टाचार्जी, सहायक प्रोफेसर, एसओईआईटी के नेतृत्व मंई किया गया था। डीन डॉ. एस. वैराचिलाई के मार्गदर्शन में, आयोजन टीम ने एक अच्छी तरह से संरचित और सूचनात्मक वेबिनार सुनिश्चित किया, जिसने रिमोट सेंसिंग डेटा अनुप्रयोगों में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान की।

संस्कृति विवि में रिमोट सेंसिंग डाटा पर हुई महत्वपूर्ण वेबिनार

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