A call was made in Sanskriti University to take inspiration from the life of Subhash Chandra Bose.
संस्कृति विश्वविद्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती राष्ट्रीय पराक्रम दिवस के रूप में अत्यंत उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विश्वविद्यालय के संतोष मेमोरियल ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने विद्यार्थियों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से प्रेरणा लेकर साहसी बनकर देश हित में जुटने का आह्वान किया गया।
पराक्रम दिवस पर संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने अंदर नेतृत्व क्षमता और कौशल का सृजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपके अंदर ये गुण आपके सुदृढ़ भविष्य का आधार बनेंगे। इसके लिए विद्यार्थी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से प्रेरणा ले सकते हैं जिन्होंने अनेक विपरीत परिस्थियों और बड़ी चुनौतियों का सामना कर देश हित में लंबी लड़ाई लड़ी। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बीएम चेट्टी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. रजनीश त्यागी ने नेताजी की उपलब्धियों और राष्ट्र के प्रति उनके बलिदानों पर प्रकाश डाला। विभाग प्रचारक अरुण कुमार ने नेताजी के जीवन से प्रेरणादायक बातें साझा कीं और उनकी अटूट संकल्पशक्ति और देशभक्ति को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में डीन छात्र कल्याण डॉ. डी.एस. तोमर और कुश कुमार, जिला प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कोसी, बीसीए एआईएमएल की सुश्री नंदिनी चतुर्वेदी ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री ज्योति यादव द्वारा स्वागत भाषण के साथ हुआ। इसके पश्चात उपस्थित सभी अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन और नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में संस्कृति विश्वविद्यालय के स्टूडेंट काउंसिल के पदाधिकारियों अध्यक्ष यश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष देवांश गुप्ता, अनामका बेनीवाल, महासचिव लव सिकरवार, संयुक्त सचिव महरीन फारुख को बैच लगाकर उन्हें कर्तव्य बोध के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया।
विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स द्वारा देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया गया, जिससे पूरे सभागार में एकता और राष्ट्र प्रेम की भावना व्याप्त हो गई। कार्यक्रम का समापन डीन छात्र कल्याण डॉ. डी.एस. तोमर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों, संकाय सदस्यों और छात्रों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. के के पाराशर, रतीश शर्मा, डॉ. रीना रानी, डा गौरव सरवांग, डा अशीष चौहान, डॉ. दुर्गेश वाधवा, डा धीजेन्द, जगदीश और डॉ. मोनिका एवराल, राहुल सिंह, सहित स्टूडेंट काउंसिल, सभी क्लब प्रतिनिधि और शिक्षक-समन्वयक, एनसीसी एवं एनएसएस के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।