समाज सेवी ने किया ऐसा काम मुस्लिम तारीफ करते नहीं थके
मथुरा अभी न्यूज़ (खन्ना सैनी ) भले ही हमारे देश ने कितनी तरक्की कर ली हो, पर आज भी समाज में बेटियों को बोझ समझा जाता है।
अपने जाति और धर्म के लोगों की मदद तो हर कोई करता है। लेकिन दूसरों की मदद करें उसको क्या नाम देगें। ऐसा कुछ हुआ कस्बा के गायत्री रिसोर्ट मेरिजहोम में। जहां गरीब व बिन पिता की मुस्लिम बेटी का निकाह कराने का जिम्मा समाजसेवी योगेश लंबरदार ने उठाया। इससें लोगों को आपसी भाइचारे की मिशाल देखने को मिली। ये शादी कस्बा सौख में चर्चा का विषय बनी हुई है।
कस्बा सौख के पुन्ना थोक के हिदू समाज के लोगों ने न सिर्फ मुस्लिम समाज के एक दूल्हा-दुल्हन के निकाह में योगदान दिया बल्कि एक मिसाल पेश की। बताया जाता है कि बड़ी बहन रूकसाना को छोटी बहन हिना का हाथरस जनपद के गांव नानउ से कल्लू खां पुत्र गुड्डू खां के साथ रिश्ता पक्का हुआ निकाह की तारीख भी तय हुई। लेकिन निकाह करने के घर कोई व्यवस्था नही थी। इसके बाद निकाह में कई परेशानियां उत्पन्न हो गईं। इन्होंने अपनी परेशानी को पुन्नाथोक के हिन्दू समाज के समज्वसेवी योगेश लंबरदार को साझा कर बताया। उनकी इस परेशानी को समझकर दरियादिल दिखाई और मुस्लिम समाज के इन दूल्हा-दुल्हन का निकाह धूम धाम से गायत्री रिसोर्ट मेरिजहोम में मौलाना जिया उल्लाह खां की अगुवाई में मुस्लिम रीति रिवाज के साथ संपन्न करवाने में योगदान दिया। वैवाहिक कार्यक्रम में समाज सेवी योगेश लंबरदार व सेमाजसेविका रेखा लंबरदार की अहम भूमिका रही। उन्होंने बराती समारोह में शामिल लोगों को फूलमालाओं से स्वागत किया। समारोह स्थल में हिन्दू-मुस्लिम एक साथ दावत खाकर आपसी भाईचारे का संदेश दिया। विवाह संपन्न होने के बाद मौजूद लोगों ने दूल्हा-दुल्हन को उपहार भेंट किया एवं आशीर्वाद दिए। बताया कि लड़की के पिता अब्दुल सत्तार खां की तीन वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। जब बड़ी बहन रूकसाना गढवाल मौहल्ला बाजार में चूड़ी बेचती है।
गरीबी की वजह से न रुके शादी
आज भी हमारे समाज में गरीब परिवार अपनी बेटियों की शादी के लिए ठोकर खा रहे हैं। अक्सर देखा जाता है कि लड़के के परिजन उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली लड़कियों के परिवार से भी मोटी रकम की मांग कर लेते हैं। मजबूरन अपने से कम पढ़े-लिखे लड़कों से समाज में ऐसी कई लड़कियों को शादी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। योगेश लंबरदार का कहना है कि अब तो उनका एकमात्र लक्ष्य है कि समाज के गरीब बेटियों की शादी करवाना है।
योगेश लंबरदार व उनकी पत्नी रेखा लंबरदार का कहना है कि हमने हिना को बेटी समझकर कन्यादान कर बहुत अच्छा लगा। ऐसी समाजसेवा के लिए हम हमेशा तैयार रहेगें।