चाणक्य कहते हैं कि इन हरकतों की वजह से आता है महिला और पुरुषों को जल्दी बुढ़ापा
हमारे देश में आज तक बहुत सारे विद्वान हुए हैं, सभी अपना-अपना मानना है और सभी विद्वानों ने अनेक तरह के तर्क दिए हैं |लेकिन इनमें से एक थे चाणक्य,परंतु उनकी सिर्फ नीतियां थी और वह नीतियां बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है |जो आज भी हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है |
उन्होंने अपने एक आर्टिकल में इस बात के लिए भी चर्चा की है कि व्यक्ति की किन हरकतों या व्यवहार के चलते उन्हें जल्द बुढ़ापा आता है | इसमें महिला और पुरूष दोनो के लिए जरूरी बात बताई गई है |
दरअसल आपको बता दें कि चाणक्य कहते हैं कि मनुष्य का कम चलना, घोड़े का बंधा रहना, स्त्री का प्रणय क्रिया न करना और वस्त्र का अधिक देर तक धूप में रहना उन्हें जल्दी क्षीण करता है | अब अगर विस्तार मे समझाए तो अगर आप अधिक नहीं चलते हैं तो ये शारीरिक कमजोरी को न्योता देता है, जिससे आप समय से पहले ही बूढ़े हो सकते हैं |

यही बात घोड़े के लिए भी है कि अगर वो काफी समय तक बंधा रहेगा तो वो भी जल्दी ही अपनी शक्ति खो देता है | वहीं स्त्रियों के लिए चाणक्य की नीति कहती है कि जो स्त्री पति के साथ प्रणय संबंध नहीं बनाती है वो भी जल्दी ही बुढ़ापे का शिकार होती है | इसके अलावा कपड़ों को अधिक देर तक धूप में सुखाना भी उनके लिए हानिकारक साबित होता है |
आपको बता दे की चाणक्य ने जितनी भी बातें कही है अगर हम सभी उन्हें अपने ऊपर या फिर अपने व्यक्तिगत जीवन पर लाकर देखे तो यह सभी बिल्कुल सटीक बैठती है |
क्योंकि जो कुछ भी चाणक्य की नीति है वह हमारी प्रतिदिन की दिनचर्या है, इन्हीं दिनचर्या को देखते हुए ही चाणक्य ने तर्क किया था और यह तर्क बिल्कुल सटीक ही बैठा है |