#वायुसेना के #सिपाही की #दुर्घटना में #मौत #गांव में छाया #मातम #तीन महीने पहले #भाई की #शादी में #आया था #गांव
बलदेव के गांव आंगई में शोक की लहर जब दौड़ी कि राम सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। राम सिंह उर्फ जेपी (24) पुत्र हाकिम सिंह सिकरवार की मौत की जानकारी मिलते ही आस पास के लोगों का पार्थिव शरीर आने पहले लोगों का आना शुरू हो गया दोपहर जब मालूम हुआ तो गांव में मातम छा गया हर व्यक्ति की नजर राम सिंह का मुख देखने की इच्छा थी देर शाम करीब साढ़े सात बजे पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो गांव के लोगों के आंखों से आंसू बहने लगे। मां बहन दहाड़ मार कर रोने लगी पिता का रो रो कर बुरा हाल हो गया। आसपास के लोग समझाने की कोशिश करते तो उनकी की भी आंखें आंसू नहीं रोक पा रही थी। रोते बिलखते हुए ग्रामीणों ने राम सिंह के पार्थिव शरीर को खेत पर ही अंतिम संस्कार किया गया
गुजरात के भुज जिले में वायु सेना में सिपाही रामसिंह तैनात था सोमवार को अपने साथी के साथ ड्यूटी पर था मोटरसाइकिल से पेट्रोलिंग करने निकला था सड़क पर अचानक नील गाय आगे आ गई जिससे मोटरसाइकिल टकरा गई दोनों सिपाही सड़क पर गिर पड़े दोनों की हालत गंभीर थी दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां डाक्टरों द्वारा राम सिंह को मृत घोषित कर दिया।
आंगई निवासी हाकिम के तीन बेटे तीन बेटियां हैं जिनमें सबसे बड़ा बेटा वायुसेना में तैनात हैं दूसरा बेटा धीरेन्द्र अभी पढ़ाई कर रहा है तीसरा राम सिंह वायुसेना में तैनात था। धीरेन्द्र ने बताया कि राम सिंह 2019 में वायुसेना में भर्ती हुआ था। तीन महीने पहले राम सिंह बड़े भाई की शादी में शामिल हुआ था अब दीपावली पर आने की कह रहा था।
ग्रामीणों ने राम सिंह को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग
ग्रामीणों ने राम सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत होने पर शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की उनका कहना था कि जो शहीद के परिवार को जो सरकार द्वारा सुविधाएं मिलती हैं वे सभी राम सिंह के परिवार को मिलनी चाहिए शहीद राम सिंह के भाई को नौकरी मिलनी चाहिए।
राम सिंह के पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर पहुंचे
राम सिंह के पार्थिव शरीर को पहुंचने से पहले क्षेत्रीय विधायक पूरन प्रकाश, एसडीएम महावन निकेत वर्मा,सीओ बलदेव थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह यादव, राजपाल भरगंर, रामवीर भरगंर, राजेंद्र सिकरवार, सत्यपाल चौधरी, आदि लोग मौजूद रहे
राम सिंह को वायु सैनिकों द्वारा गार्ड ऑफ ओनर से अंतिम विदाई दी गई
